आंदोलनरत कर्मचारियों से मंत्री सिंहदेव ने मोबाइल के जरिए बात कर सुनी बातें
अम्बिकापुर,21 मार्च 2022(घटती-घटना)। दैनिक वेतन भगी कर्मचारियों ने नियमितीकरण की मांग को लेकर सोमवार को संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में धरना प्रदर्शन का आयोजन कर स्वास्थ्य मंत्री के निवास का घेराव किया। स्वास्थ्य मंत्री के निवास का घेराव करने पहुंचे आंदोलनरत कर्मचारियों से मंत्री सिंहदेव ने मोबाइल के जरिए बात कर उनकी मांगों को सुना। मंत्री सिंह देव से आश्वासन मिलने के बाद दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने अपना आंदोलन समाप्त किया।
सरगुजा संभाग के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने नियमित किए जाने की मांग को लेकर न सिर्फ धरना प्रदर्शन किया, रैली निकाली स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के आवास का घेराव भी किया। इस बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने उनसे मोबाइल के जरिये बात कर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को उनकी मांगों पर जल्द निराकरण करने का भरोसा दिलाया। जिसके बाद आंदोलनरत कर्मचारियों ने अपना आंदोलन समाप्त किया। दरअसल सरगुजा संभाग के सैकड़ों अनियमित कर्मचारियों ने पहले तो धरना प्रदर्शन किया और फिर रैली निकाली अनियमित कर्मचारियों का कहना है कि सरकार ने अपने घोषणा पत्र में अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने की बात कही थी मगर सरकार अपने वादे को तो पूरा नहीं कर रही साथ ही साथ कई विभागों में अनियमित कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है।
इधर अनियमित कर्मचारियों ने अंबिकापुर में स्वास्थ्य मंत्री टीए सिंहदेव के आवास का घेराव किया इस दौरान भारी संख्या में प्रशासन और पुलिस की टीम भी मौजूद रही। इस बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने अनियमित कर्मचारियों से उनकी समस्याएं टेलीफोन के जरिए जानी बल्कि यह भी आश्वासन दिया कि वह आगामी 26 मार्च को अंबिकापुर में मौजूद रहेंगे इस दौरान अनियमित कर्मचारी उनसे मिलकर अपनी बात रख सकते हैं। यही नहीं अनियमित कर्मचारियों की मांग पर जल्द निराकरण करने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि इस ओर सार्थक पहल की जाएगी।
7 महीनों से मनरेगा के अनियमित कर्मचारियों को वेतन का भुगतान नहीं
यही नहीं 7 महीनों से मनरेगा के अनियमित कर्मचारियों को वेतन का भुगतान भी नहीं किया गया है। ऐसे में अलग-अलग मांगों को लेकर अनियमित कर्मचारियों ने कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया, मगर इनकी समस्याओं का निराकरण नहीं होने के कारण अनियमित कर्मचारियों ने आंदोलन का रूप लिया है। अनियमित कर्मचारियों का साफ तौर पर कहना है कि उन्हें नियमित किया जाए क्योंकि प्रदेश सरकार ने अपने घोषणा पत्र में यह वादा किया था।
नियमित करने का सिर्फ दिया जाता है आश्वासन
अनियमित कर्मीयो का कहना है कि जब से उन्हें भर्ती किया गया है तब से नियमित करने का आश्वासन दिया जाता है मगर अब तक इस ओर कोई ठोस पहल नहीं किया गया जिससे अनियमित कर्मचारी बेहद आशंकित हैं इधर जिला प्रशासन ने भी अनियमित कर्मचारियों की मांग के ज्ञापन को शासन स्तर पर भेजने की बात कही है।