अम्बिकापुर,17 मार्च 2022(घटती-घटना)। होली से पूर्व सरगुजा पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस की सक्रियता से अंतरराज्यीय तस्कर गिरोह के 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 69 किलो गांजा जब्त किया है। 6 तस्कर बस से उड़ीसा से गांजा लेकर बस्तर होते हुए अंबिकापुर पहुंचे थे। यहां से भी बिहार जाने वाले थे। तस्करों ने बताया कि गोपालगंज बिहार निकवासी राणा सिंह के लिए काम करते हैं। वह हम लोगों को 3-3 हजार रुपए देता है। तस्करों के बताए निशानदेही पर सरगुजा पुलिस मुख्य तस्कर को बिहार से गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। रास्ते में तस्कर भागने की भी कोशिश की। इस दौरान एक पुलिसकर्मी को चोटें भी आई है। पुलिस ने सभी 7 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर जेल दाखिल कर दिया है।
इस मामले का खुलासा करते हुए सरगुजा एसपी अमित तुकाराम कांबले ने बताया 16 मार्च को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली की उडीसा से गांजा लेकर बस्तर होते हुए अम्बिकापुर की ओर से 6 व्यक्ति बिहार गांजा खपाने जा रहे हैं जो गौरव पथ नया बस स्टैण्ड के पास खड़े हैं। सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जहां 6 व्यक्ति एक साथ पीठ में बैग रखे हुए खड़े मिले। इनसे पूछताछ करने पर अपना नाम प्रभु कुमार सिंह पिता काशी राय उम्र 19 साल, बिटु कुमार पिता विशुन प्रसाद सोनी उम्र 19 साल, परमजीत महतो पिता चन्द्रदेव महतो उम्र 46 साल, संजेद आलम पिता कलामुददीन उम्र 22 साल, तबरेज आलम पिता फतेह आलम उम्र 19 साल, अनिरूद्ध शाह पिता मनिजर शाह उम्र 34 साल सभी निवासी जादवपुर गोपालगंज बिहार बताया। पुलिस ने सभी की बैग की तलाशी ली तो बैग में पीला रंग से टेप लपेटे हुए पैकेट में गांजा पाया गया। जिसे तौल करने पर 68.550 किलोग्राम पाया गया। जिसकी कीमत करीब एक लाख रूपये बताई जा रही है। प्रशिक्षु पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुडीया के मार्ग दर्शन में सभी आरोपियों से पूछताछ करने उन्होंने बताया कि बस से ओडि़सा से बस्तर होते हुए अंबिकापुर पहुंचे हैं। यहां से बिहार जाकर राणा सिंह को देने की बात बताई।
3-3 हजार रुपए पर करते हैं तस्कर के काम
गांजा तस्कर का कामा किसी फिल्की स्टाईल से कम नहीं है। मुख्य तस्कर आरोप से बैठे हुए अपने आदमी को 3-3 हजार रुपए देकर गांजा का अवैध तस्करी करा रहा है। गिरफ्तार तस्करों ने बताया कि बिहार के राणा सिंह द्वारा 3-3 हजार रुपए देकर गांजा लाने भेजा गया था। आरोपियों द्वारा गोपालगंज से छापरा होते हुए रायपुर फिर रायपुर से जगदलपुर गये जहा एक आटो वाला शोभा सुन्दर हरिजन अपने एक अन्य साथी सूरज कुमार के साथ आरोपियों को बैग में भर कर दिया था।
मुख्य तस्कर को बिहार से पकड़ कर लाई पुलिस
मुख्य आरोपी राणा सिंह का लोकेशन बिहार का होने पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस टीम बिहार गई थी। यहां पुलिस टीम को परेशानियों का सामना करना पड़ा। मुख्य आरोपी को जब पकडऩे पुलिस पहुंची तो वह गांव के लोगों को पुलिस के प्रति भडक़ा दिया। इस दौरान सरगुजा पुलिस को स्थानीय गोपालगंज पुलिस की मदद लेनी पड़ी। इसके बाद पुलिस वहां से लकर अंबिकापुर पहुंची।
रास्ते में आरोपी की भागने की कोशिश
सरगुजा पुलिस मुख्य आरोपी राणा सिंह पटना के पास से हिरासत में लेकर अपने साथ अंबिकापुर ला रही थी। तभी अंबिकापुर पहुंचने से पूर्व शंकरघाट के पास आरोपी द्वारा पेशाब करने के बहाने से गाड़ी रुकवाकर भागने का प्रयास किया गया। पुलिस टीम द्वारा वीरता पूर्वक आरोपी को दौड़ाकर पुन: पकड़ी। जहां आरोपी द्वारा पुलिस टीम के साथ हमला करने के नियत से मारपीट की गई। जिससे पुलिस टीम को चोटे आई है। जिसपर आरोपी के विरूद्ध शासकीय कार्य में बाधा पहुचाने एवं हमला करने का अपराध धारा 294, 506, 186, 353, 332 दर्ज किया गया है।
पुलिस ने सभी आरोपियों को भेजा जेल
सरगुजा पुलिस ने गांजा तस्करी के मामले में आरोपी प्रभु कुमार सिंह, बिटु कुमार, परमजीत महतो, संजेद आलम, तबरेज आलम, अनिरूद्ध शाह व मुख्य तस्कर राणा सिंह के खिलाफ एनडीपीएस के तहत कार्रवाई कर जेल दाखिल कर दिया है। उक्त कार्रवाई कोतवाली टीआई राहुल तिवारी, उनि सरफराज फिरदौसी, उनि विजय दुबे, सउनि विनय सिंह, आर मनीष सिंह, अतुल सिंह, मंटु गुप्ता, सहबाज अंसारी, विमल टोप्पो, सपन मंडल, अभिषेक सिंह, राम प्रसाद निकुज, सरोज तिग्गा इत्यादि सक्रिय रहे।