अम्बिकापुर,12 मार्च 2022(घटती-घटना)। यूक्रेन और रूस के बीच अचानक युद्ध शुरू होते ही यूक्रेन में आपातकाल घोषित कर दिया गया, जीवन बचाने की जुगत में लोग भूखे प्यासे भटकने लगे। ऐसी स्थिति में अम्बिकापुर से पढ़ने गई छात्रा आकृति त्रिपाठी को मुश्किलों का सामना करते हुये वहां कई दिन तक भुखे रहना पड़ा, विषम परिस्थिति में मोदी सरकार की तत्परता और वापस लाने की पहल से छात्रा आकृति अपने निवास अम्बिकापुर वापस लौट आई है। सरगुजा भाजपा जिलाध्यक्ष ललन प्रताप सिंह, जिला महामंत्री अभिमन्यु गुप्ता एवं जिला सह कोषाध्यक्ष अभिषेक शर्मा आज युक्रेन से लौटी आकृति के घर कुशल क्षेम जानने पहुंचे तो युक्रेन का दर्द बयान करते हुये परिजन भावुक हो गये और आपबीती बात बताई। उन्होंने बताया कि जब युक्रेन में युद्ध शुरू हो गया तो अफरातफरी मच गई, पांच दिन तक युक्रेन के खारकीउ में छात्रा आकृति एवं अन्य भारतीय छात्र भुखे प्यासे छुपे रहे, लगभग 800 छात्रों के साथ आकृति लगभग 25 किमी पैदल यात्रा कर युक्रेन की पीसोचीन नामक जगह पर पहुंची, पैदल यात्रा के दरमियां आस पास बम के गोले गिरते रहे, 4 पाकिस्तानी छात्रों नें भी भारतीय तिरंगा थाम लिया और भारतीय छात्रों के साथ पैदल चल कर सुरक्षित जगह पर पहुंच गये। वापस पहुंची छात्रा नें बताया कि उन्हें प्रधान मंत्री मोदी के कुशल वैश्विक नेतृत्व, रणनीति और भारत सरकार की क्षमता पर पूर्ण भरोसा था। तत्काल हीं भारतीय एम्बेसी से सम्पर्क होते हीं उन्हें रूमानिया देश के बार्डर की ओर बुलाया गया जहां से भारतीय एयर लिफ्ट के माध्यम से सकुशल अपने देश दिल्ली लाया गया। भारत सरकार की प्रशंसा करते हुये छात्रा के परिजन नें प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
