अंबिकापुर,09 मार्च 2022(घटती-घटना)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा 9 मार्च को पेश किये गए बजट में पुरानी पेंशन बहाली के निर्णय से कर्मचारियो में भारी उत्साह है। अम्बिकापुर के घड़ी चौक में कर्मचारी ढोल-ताशे के साथ नृत्य करते हुए एक दूसरे को गुलाल लगाकर खुशी का इजहार किए। कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली पर मुख्यमंत्री का सहृदय आभार व्यक्त किया। छतीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष हरेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा कर 2004 के बाद नियुक्त शिक्षकों और कर्मचारियों के जीवन मे हर्ष और उल्लास भर दिया है।। वर्ष 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारियों का जीवन दुखमय हो गया था लेकिन आज मुख्यमंत्री ने उस अंधकार को एक पल में दूर कर रोशनी से भर दिया है। मुख्यमंत्री के इस फैसले से प्रदेश के सभी कर्मचारियों की ओर से सहृदय आभार व्यक्त करते है।
छत्तीसगढ़ राजपत्रित अधिकारी संघ के जिला अध्यक्ष डॉ. सीके मिश्रा ने पुरानी पेंशन बहाली के निर्णय को ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने पुरानी पेंशन बहाली पर मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इससे कर्मचारियों की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी हुई है। सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन बुढ़ापे का सहारा बनेगा। परिवार पेंशन भी मिल सकेगा। कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन ने कहा कि ओपीएस लागू करने का निर्णय ऐतिहासिक है। हमें विश्वास है कि अब प्रदेश सरकार महंगाई भत्ते को भी 31 प्रतिशत करने की मांग पूरी करेगी। इस अवसर पर फेडरेशन के अध्यक्ष कमलेश सोनी, शिक्षक फेडरेशन के अध्यक्ष रितेश पांडे, बलधीर टोप्पो, अर्जुन सिंह बंजारे, शिवानंद राठौर, अनाश्ता कुजूर, एरियल एक्का, संतोष द्विवेदी, विजेंद्र यादव, रीता कुर्रे व बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे। वहीं मैनपाट के नर्मदापुर बस स्टैंड चौक पर कर्मचारियों ने एकत्रित होकर ओपीएस बहाल होने पर जमकर होली खेली। साथ ही मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। वर्ष 2004 के बाद नियुक्त अधिकारी-कर्मचारी नई पेंशन योजना के तहत आते हंै जिसमें अंशदायी पेंशन है जो पूरी तरह से शेयर पर आधारित है। पुरानी पेंशन बहाली के लिए प्रदेश के कर्मचारी संघों द्वारा लम्बे समय से पुरानी पेंशन लागू करने की मांग की जा रही थी। अब पुरानी पेंशन स्कीम लागू होने से कर्मचारियों में खुशी का माहौल है।
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