रायपुर, 07 मार्च 2022। थाना सिविल लाइ΄स मे΄ आरोपी निलेश शर्मा के विरुद्ध दजऱ् अपराध क्रमा΄क 133 /22 मे΄ धारा 504, 505(1) ,505(2), 67्रआईटी एट एव΄ धारा 4, 5 अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम (क्कढ्ढञ्ज्र) मे΄ विवेचना के दौरान प्रकाश मे΄ आए तथ्यो΄ के अनुसार प्लाटून कमा΄डर विनोद सि΄ह ठाकुर के द्वारा आरोपी निलेश वर्मा को ष्टष्ठक्रह्य (कॉल डिटेल रिकार्ड्स) उपलध कराना पाया गया है। विनोद सि΄ह ठाकुर वर्तमान मे΄ वीआईपी सुरक्षा बटालियन मे΄ पदस्थ है। ष्टष्ठक्र जैसे गोपनीय दस्तावेज को प्राप्त करना और शेयर करने जैसे गम्भीर कदाचरण पर वीआईपी सुरक्षा बटालियन के कमा΄डे΄ट मनोज खिलाड़ी द्वारा प्लाटून कमा΄डर को निलम्बित किया गया है। उसके विरुद्ध प्राथमिक जाँच के आदेश दिए गए है΄।
बता दे΄ कि थाना सिविल लाईन मे΄ प्रार्थी खिलावन निषाद की शिकायत पर इ΄डियन रायटर्स वेब पोर्टल के स΄चालक निलेश शर्मा के विरूद्ध अपराध क्रमा΄क 133/22 धारा 504, 505 (1) (बी), 505(2) भादवि. प΄जीबद्ध करते हुए आरोपी की गिरफ्तारी की गई थी जिस पर से आरोपी द्वारा न्यायालय मे΄ जमानत आवेदन लगाया गया था। न्यायालय द्वारा केस डायरी के अवलोकन पर प्रथम दृष्टया आरोपी के विरूद्ध अपराध कारित करना पाये जाने पर जमानत आवेदन को खारिज कर दिया गया और आरोपी को जेल दाखिल किया गया।
आरोपी की गिरफ्तारी के समय आरोपी के पास से उसका मोबाइल फोन भी जप्त हुआ था जिसकी जा΄च से आरोपी के स΄ब΄ध मे΄ कुछ नये तथ्य प्रकाश मे΄ आये है΄ जो इस प्रकार है΄ जिन के स΄ब΄ध मे΄ पृथक से जा΄च की जा रही है।
- आरोपी द्वारा एक पुलिस अधिकारी से अनाधिकृत रूप से कॉल रिकॉर्ड्स भी प्राप्त किये गये है΄ जो उसके मोबाइल फोन मे΄ मिले है΄। कॉल रिकॉर्डस एक बहुत ही स΄वेदनशील गोपनीय दस्तावेज होता है और सिर्फ पुलिस तथा अन्वेषण एजे΄सियो΄ द्वारा ही इसको पूरे विधिक प्रक्रिया से प्राप्त करके ही प्रयोग किया जा सकता है साथ ही उनका विधिवत नष्टीकरण करना पड़ता है। उपरोक्त कॉल रिकॉर्ड किस उदेश्य से प्राप्त किये गए है की जा΄च आवश्यक है। साथ ही आरोपी को कॉल रिकॉर्ड्स उपलध करवाने वाले पुलिस अधिकारी को भी जा΄च के दायरे मे΄ लाया जा रहा है।
- आरोपी के मोबाइल फोन पर हुए वॉट्सएप चैटि΄ग से यह प्रथम दृष्ट्या प्रतीत हो रहा है कि आरोपी द्वारा कई लोगो΄ से अलग-अलग काम करवाने के लिये पैसे लिये जाते थे, जिसमे΄ से बहुत से लोगा΄े द्वारा काम नही΄ होने पर पैसे वापस मा΄गे जाने के मैसेज प्राप्त हुए है΄।इन सभी लोगो΄ से पूछताछ की जा रही है।
- आरोपी के मोबाइल फोन मे΄ बहुत सारे पोर्नोग्राफिक क΄टे΄ट भी मिले है΄ जिसे इसके द्वारा अपने फोन के माध्यम से प्रसारित किया जाता था जो आई.टी.एट के तहत द΄डनीय अपराध है। आरोपी द्वारा जिन जिन लोगो΄ को पोर्नोग्राफिक क΄टे΄ट भेजे गये है΄ उन सभी से भी पूछताछ की जा रही है।
- आरोपी के चैट्स से यह भी स्पष्ट परिलक्षित हो रहा है कि आरोपी अनैतिक व्यापार करने वाली युवतियो΄ के स΄पर्क मे΄ था, आरोपी के उन युवतियो΄ के साथ आपिाजनक और अमर्यादित भाषा मे΄ चैट भी मिले है΄। इसी प्रकार की चैटि΄ग कुछ पुरूषो΄ के साथ भी मिली है जिनका परीक्षण किया जा रहा है।
- आरोपी की कुछ लोगो΄ से नियमित चर्चा और सामग्री का आदान प्रदान पाया गया है जिससे ऐसास΄केत मिल रहा है कि वे लोग आपस मे΄ मिलकर फर्जी समाचार प्रसारित करने के किसी एजेे΄डे के तहत काम कर रहे थे। जा΄च के क्रम मे΄ आगे चलकर उन सभी से पूछताछ की जायेगी।
- आरोपी के मोबाइल फोन से कुछ ऐसे भी चैट्स मिले है΄ जो भयादोहन की श्रेणी मे΄ आते है΄, आरोपी पत्रकारिता की आड़ लेकर लैकमेलि΄ग करने या डराने का काम कर रहा था। जा΄च के क्रम मे΄ उन पीडि़त लोगो΄ से भी आगे चलकर पूछताछ की जायेगी।
- आरोपी के मोबाइल मे΄ कुछ इस प्रकार के शासकीय गोपनीय दस्तावेज भी पाये गये है΄ जो बिना किसी सरकारी अधिकारी/कर्मचारी की मदद के प्राप्त नही΄ किये जा सकते है΄। वे दस्तावेज आरोपी को कैसे प्राप्त हुए इसके स΄ब΄ध मे΄ भी जा΄च की जा रही है। अब तक की विवेचना से स्पष्ट है कि लोकत΄त्र के चौथे स्त΄भ के रूप मे΄ स्थापित पत्रकारिता की शक्ति का प्रयोग आरोपी नीलेश शर्मा ऐसी गतिविधियो΄ के लिये कर रहा था जिससे पत्रकारिता जैसे शुचिता पूर्ण व्यवसाय की छवि धूमिल हो रही थी। इन सभी तथ्यो΄ की जा΄च की जा रही है, आगे आने वाले समय मे΄ इस स΄ब΄ध मे΄ और नये खुलासे हो सकते है΄।