अम्बिकापुर 06 मार्च2022 (घटती घटना)। वर्तमान समय महिलाओं की स्थिति में काफी परिवर्तन आया है- शिक्षित महिलायें समाज के सभी क्षेत्रों में सक्रिय है। इस प्रकार भौतिक एवं मानसिक विकास के काफी अवसर उन्हें प्राप्त हुये हैं और हो रहे हैं परन्तु सामाजिक रूप से नारी की स्थिति में अधिक परिवर्तन नहीं है। बेटे की चाह में कन्या भ्रूण हत्या, देश में नासूर का रूप ले चुकी है, जिसके लिये देश में बेटी बचाओ जैसे अभियान सरकार को चलाने पड़ रहे है। अत: परिवर्तन के लिये नैतिक मूल्यों की पुर्नस्थापना हेतु सामूहिक प्रयत्न एवं जन चेतना की आवश्यकता है। नारी को भी कर्तव्यों एवं मूल्यों के प्रति जागरूक होना होगा। आधुनिकता में स्वतंत्रता एवं स्वच्छंदता के बीच का फर्क समाप्त हो रहा है। अत: महिलाओं के भी नैतिक एवं आध्यात्मिक सशक्तिकरण की आवष्यकता है जिससे वह चरित्रवान, गुणवान, आत्मनिर्भर बन सकें तथा आध्यात्मिक परिपेक्ष्य में देखा जाये तो वर्तमान समय सृष्टि अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं, जबकि पूरे विश्व में व्यापक परिवर्तन की संभावनायें सर्वत्र अपेक्षित हैं। ऐसे में सृष्टि के सृजनहार, विष्वपरिवर्तक, परमपिता परमात्मा षिव स्वयं अपनी षक्ति नारी में संचरित कर नवयुग स्थापन का दायित्व नारी शक्ति को देते है। अपनी खोई हुई शक्ति को पुन: जागृत करके, परिमार्जितत करके एवं संगठित करके एक बेहद शक्तिशाली संगठन के द्वारा विश्व परिवर्तन एवं नव विश्व सृजन का कार्य उनके हाथों में सौपते है। इसी उद्देष्य को लेकर अग्रसर ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय महिला सशक्तिकरण की प्रत्यक्ष मिसाल कायम किया हैं। विश्व में 140 देषों में अपने लगभग 4000 सेवाकेन्द्रों का नेतृत्व एवं संचालन नारीशक्ति कर रही हैं महिलाओं द्वारा संचालित यह सबसे बड़ी और अनूठी संस्था हैं। जो कि महिला सशक्तिकरण का सर्वोत्तम उदाहरण हैै।।
इसी परिपेक्ष्य में प्रजापिता ब्रह्माकुमरी ईष्वरीय विष्व विद्यालय द्वारा 06 मार्च 2022 संध्या 5.00 बजे से नव विष्व भवन चोपड़ापारा में 75 वें आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर अभियान के अन्तर्गत अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलायें- नये भारत की ध्वज वाहक विषय पर महिला जागृति आध्यात्मिक सम्मेलन आयोजन किया जा रहा है।
जिसमें दिव्य गीत- संगीत, प्रेरणायी उद्बोधन, एवं सरगुजा संभाग की संचालिका ब्रह्माकुमारी विद्या दीदी ने बताया कि आन्तरिक शक्ति के विकास द्वारा अपनी शक्तियों को जगाकर हम सशक्त कैसे बनें? जिससे सशक्त राष्ट्र की स्थापना हो। एक सशक्त महिला को मानसिक, शैक्षणिक एवं आध्यात्मिक रूप से सशक्त होना आवष्यक हैं। इसमें विशेष कॉमेन्ट्री द्वारा योग की अनुभूति भी कराई जायेगी।
जिसमें अतिथि के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष बहन मधु सिंह जी, न्यायालय प्रथम अपर सत्र न्यायाधीष बहन नीलिमा सिंह बघेल जी, अम्बिकापुर, जिला- सरगुजा (छ.ग.),, बाल विकास परियोजना अधिकारी अम्बिकापुर बहन अलिसा किस्पोट्टा जी, बंगाली समाज महिला संघ की संचालिका बहन वन्दना दत्ता जी, अध्यक्ष आदर्ष समाज स्वप्न साकार संस्था बिलासपुर बहन सरोज गायकवाड़ जी, स्त्री रोग विषेषज्ञ एवं वसुधा महिला मंच की संरक्षक बहन डॉ पुष्पा सोनी जी, रेड़ क्रास की सोसायटी की उपाध्यक्ष बहन पुष्पा सिंह प्रेम जी, पी. जी. कॉलेज प्राचार्या रसीदा प्रवेज जी, लायनेंस ग्रेटर की अध्यक्ष बहन स्नेह प्रभा त्रिपाठी जी, पूर्व पार्षद बहन सावित्री जायसवाल जी,एवं सरगुजा संभाग की सेवाकेन्द्र संचालिका ब्रह्मााकुमारी विद्या दीदी जी कार्यक्रम उपस्थित रहेंगे।
सात दिवसीय राजयोग अनुभूति शिविर का आयोजन
इसी कार्यक्रम में दिनाँक 7 मार्च 2022 से सकारात्मक चिन्तन द्वारा महिलाओं के आन्तरिक शक्तियों के विकास हेतु सात दिवसीय राजयोग अनुभूति शिविर का आयोजन किया गया हैं जिसका समय प्रात: 9 से 10 एवं 5.30 से 6.30 बजे हैं। इसमें से किसी भी एक समय कोई भी नागरिक संस्था में शिविर का लाभ लेने हेतु अपना नि:षुल्क पंजीयन करा सकते है।
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