-नगर संवाददाता-
अम्बिकापुर,04 मार्च 2022(घटती-घटना)।.मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लगातार जटिल से जटिल ऑपरेशन कर मरीजों की जान बचाई जा रही है। गायनो सर्जन की टीम ने एक महिला का ऑपरेशन कर गर्भाशय से एक-दो नहीं बल्कि 15 गोले निकाले गए हैं। निसंतान महिला पिछले दो वर्ष से पेट दर्द से परेशान थी। जब वह उपचार कराने मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंची और चिकित्सकों ने उसकी जांच कराई तो ऐसा लगा कि महिला 24 सप्ताह के गर्भ के बराबर है। चिकित्सकों ने बताया कि ऑपरेशन के बाद महिला अब सुरक्षित है।
जानकारी के अनुसार बलरामपुर जिला निवासी शंकरगढ़ निवासी जीवंती पति जेठनारायण उम्र 35 वर्ष जो पेट दर्द व अधिक मासिक स्राव से परेशान थी। वह पिछले दो वर्ष से निसंतान्ता से पीडि़त थी। दर्द से परेशान महिला अपने परिजन के साथ इलाज कराने मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थित मातृ एवं शिशु अस्पताल पहुंची। यहां स्त्री रोग विशेषज्ञ के विभागाध्यक्ष डॉ. अविनाशी कुजूर ने महिला का जांच किया। जब महिला का सोनोग्राफी स सीटी स्कैन कराया गया जांच में पता चला की महिला 24 सप्ताह के गर्भ के बराबर गर्भाशय के रूप में है जिसमें कई गोले होने पुष्टी हुई। डॉ. अविनाशी कुजूर ने इसकी जानकारी अस्पताल के एमएस डॉ. लखन सिंह को दी। लखन सिंह के निर्देश पर महिला का ऑपरेशन के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम गठित किया गया। टीम में स्त्री रोग विशेषज्ञ के विभागाध्यक्ष गायनो सर्जन डॉ. अविनाशी कुजूर, डॉ.. स्वपनिल विलसन, डॉ. सार्थी, निश्चेतना विभाग के डॉ. आशा बंसत को शामिल किया गया। सभी चिकित्सकों के सहयोग से महिला का ऑपरेशन कर गर्भाशय से एक-दो नहीं बल्कि 15 गोले निकाले।
गर्भाशय सुरक्षित
डॉ. अविनाशी कुजूर ने बताया कि महिला के गर्भाशय में छोटे-बड़े 14 गोले थे। अब तक किसी भी महिला के पेट से एक या दो गोले पाए जाते थे। लेकिन इस महिला के गर्भाशय में 14 गोले निकले हैं। इसका ऑपरेशन करना भी काफी जटिल था। इसके बावजूद भी चिकित्सकों की टीम ने ऑपरेशन कर महिला की जान बचाई है। विशेष बात है कि इतने बड़े जटिल ऑपरेशन के बाद भी महिला का गर्भाशय सुरक्षित बचाया गया है। आगे चल कर निसंतान्ता जैसी बीमारी भी दूर हो सकती है।
