- कृषि विभाग के अधिकारी पर बिफरे जिला पंचायत उपाध्यक्ष
- जिला पंचायत के सामान्य प्रशासन की बैठक में जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने बतौली में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश विद्यालय खुलने को लेकर छात्र-छात्राओं के चक्का जाम का उठाया मुद्दा
अम्बिकापुर,23 फ रवरी 2022(घटती-घटना)। जिला पंचायत के सामान्य प्रशासन की बैठक में जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने बतौली में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश विद्यालय खुलने को लेकर छात्र-छात्राओं के चक्का जाम का मुद्दा उठाया। आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने कहा 10-12 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं की उम्र एवं समझ को ध्यान में रखते हुए जरूरी है कि हम छात्र-छात्राओं के हित में छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा बोर्ड एवं जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिख कर बच्चों को प्रायोगिक परीक्षा में शामिल करने एवं उन्हें एक मौका दिया जाये, जिससे बच्चों का भविष्य खराब न हो। यदि शासन एक तरफा निर्णय लेगी तो बच्चों का एक साल बर्बाद हो जायेगा। जिला पंचायत सामान्य सभा की बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष एवं जिला पंचायत सीईओ सहित समस्त जिला पंचायत सदस्यों ने यह निर्णय लिया कि हो सकता है बच्चे किसी के बहकावे में धरना अथवा चक्काजाम में शामिल हुए होंगे, किसी ने उन्हें भ्रमीत कर यदि ऐसा कराया हो तो, इसकी भी जांच हो और ऐसा कराने वालों के ऊपर कार्यवाही हो ताकि ऐसी गतिविधियों में बच्चों को आगे से सम्मिलित न किया जाये, साथ ही स्कूली बच्चे भी ऐसी गतिविधियों से दूर रहें, जिससे उन्हें ऐसी परेशानी का सामना न करना पड़े। जिला पंचायत सामान्य प्रशासन की बैठक में सर्वसहमति से सभी सदस्यों ने कहा कि बच्चों को ढाल बना कर किया गया यह प्रदर्शन बिल्कुल गलत है एवं अभिभावकों व बच्चों को भ्रमित करने वाले शिक्षकों पर एवं अन्य लोगों पर जांच करा कर कठोर कार्यवाही की सामान्य प्रशासन में अनुशंषा की गई तथा बच्चों की गवाही लेकर इस मामले में बच्चों को शामिल कराने वालों पर सख़्त कार्यवाही करायी जाये। सामान्य सभा की बैठक के दौरान बतौली से जिला पंचायत सदस्य शारदा पैंकरा ने भी इस विषय को उठाया और शासन को बच्चों के हित में फैसला करने का निवेदन किया।
जिला पंचायत सामान्य सभा की बैठक में कृषि विभाग के कार्यों को लेकर जिला पंचायत सदस्यों ने जमकर विरोध किया, समय पर किसानों को बीज, खाद्य उपलब्ध नहीं कराने को लेकर सभी ने नाराजगी जतायी। वहीं मक्का वितरण को लेकर सरकारी आंकड़ा पर सदस्यों ने आश्चर्य व्यक्त किया और जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता ने कहा कि कृषि विभाग द्वारा जारी आंकड़े का 10 प्रतिशत भी मक्का लगा हुआ क्षेत्र में दिखा देंगे तो मानेंगे की योजना पूर्ण हो गई। जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने कहा कि सरकार किसानों को लेकर इतनी चिंतित है और इतनी राशि खर्च कर रही और आपका मैदानी अमला और आपकी लेट लतीफी से किसानों को नुकसान हो रहा है। देर से खाद्य, बीज, उपकरण के वितरण से अच्छा है जब आपकी मंशा यह है कि आई हुई राशि खर्च कर के अपना टारगेट दिखाना ही है तो फिर देर से सामग्री न बांट कर राशि सीधे किसान के खातों में डलवा दीजिये।आप बीज बांटते हैं, उपकरण बांटते हैं, वर्मी कंपोस्ट बांटते हैं, इसका किसानों को क्या फायदा हो रहा है, उनका उत्पादन बढ़ा या नहीं, या उत्पादन घटा कोई आंकड़ा है, तो बताये, कृषि विभाग की चुप्पी पर उन्होंने कहा इतना अमला है आपके पास क्या करता है, सरकार की राशि का केवल बंदरबांट करने से अच्छा यही होगा, किसानों के खाते में जायेगा तो कुछ तो फायदा उन्हें मिलेगा। जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह ने कहा कि कृषि विभाग का मैदानी अमला क्षेत्र में नहीं दिखता है, छोटे-छोटे काम के लिए किसान ढूढ़ते रहते हैं। जिनके दम पर किसानों को योजना का लाभ मिलना चाहिए, वे ही क्षेत्र में नहीं दिखते। वहीं पीएचई की विभागीय समीक्षा के दौरान जल जीवन मिशन के प्रोग्रेस को लेकर नाराजगी जतायी। सभी सदस्यों ने क्षेत्र में पेयजल की समस्या को लेकर पीएचई के रवैये को लेकर नाराज़गी जतायी और कहा कि सदस्यों के द्वारा हैंडपंप के लिए जब फोन किया जाता है तो बोला जाता है जल जीवन मिशन में सब सही हो जायेगा और जल जीवन मिशन का काम इतना धीमा है कि कब तक पूर्ण होगा और पेयजल मिलेगा भी की नहीं यह पीएचई ही बता पाने में असमर्थ है। जिला पंचायत सीईओ ने पीएचई के धीमे कार्य को लेकर नाराज़गी व्यक्त करते हुए कहा कि जो काम अब तक पूर्ण हो जाने चाहिए शुरू तक नहीं हुए हैं। क्षेत्र का बना डीपीआर सदस्यों को उपलब्ध कराए और सबसे पहले उन गांवों में कार्य करें जो ड्राय एरिया हैं अथवा जहां पानी सही नहीं है। अगली बैठक में यदि दी गई टारगेट तक कार्य पूर्ण नहीं होगा तो शोकॉज नोटिस पीएचई को भेजा जायेगा। वहीं महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक में एनीमिया के बढ़ते प्रकरण को लेकर जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने विभाग के कुपोषण के आंकड़े पर सवाल उठाये। उन्होंने कहा कि महिला बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग दोनों आपस में सामंजस्य स्थापित कर गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों की लगातार निगरानी करें ताकि उन्हें सही तरीके से समय पर जरूरी स्वास्थ्य लाभ एवं सुविधा मिल सके।
विद्युत विभाग की समीक्षा के दौरान सभी सदस्यों एवं अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित जिला सीईओ ने भी बिजली बिल एवं विद्युत की समस्या को लेकर नाराज़गी व्यक्त की। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि मेरा बिजली बिल भी बढ़ा हुआ आ रहा है, उतना तो उपयोग ही नहीं है, वहीं जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार शिकायतें आ रही हैं, बिजली बिल पर काम कीजिये, जनता को संतुष्ट कीजिये, उनकी समस्याओं को हल कीजिये। जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता ने कहा कि बिजली बिल को लेकर हम जनता के बीच जवाब नहीं दे पा रहे हैं आप लोगों के बिजली बिल पर ततपरता से कार्य कीजिये, उसे सुधारिये। वहीं 15वें वित्त के तहत होने वाले कार्य एवं उसके प्रोग्रेस पर चर्चा हुई। वहीं जिला पंचायत के सामान्य सभा में अनुपस्थित विभागों को शोकॉज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उदयपुर से जिला पंचायत सदस्य राधा रवि ने क्षेत्र में पेयजल एवं बिजली की समस्या को लेकर काफी नाराजगी व्यक्त की। वहीं दरिमा क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य अनिमा केरकेट्टा ने ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं को लेकर अधिकारियों को कॉल करने पर उनके व्यवहार को लेकर नाराज़गी व्यक्त की। लखनपुर क्षेत्र में कोल खदान में नहर की जमीन अधिग्रहित होने के बावजूद अब तक जमीन अधिग्रहण के बदले शासन को राशि उपलब्ध नहीं कराने पर लखनपुर के सदस्यों ने नाराजगी जतायी तथा अगली बैठक में एसईसीएल से पूरी जानकारी लेकर विभाग को उपस्थित होने का निर्देश दिया गया।