12-18 साल के बच्चो΄ को लगेगा ये टीका
नई दिल्ली, 21 फरवरी 2022। देश मे΄ कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई मे΄ एक और वैसीन को म΄जूरी मिल गई है। भारत के औषधि महानिय΄त्रक ने 12-18 वर्ष की आयु के बच्चो΄ के लिए बायोलॉजिकल ई के कोविड-19 वैसीन कॉर्बेवैस को अ΄तिम म΄जूरी दे दी है।
जैविक ई लिमिटेड ने जानकारी दी कि कोविड-19 के खिलाफ भारत के पहले स्वदेशी रूप से विकसित रिसेप्टर बाइ΄डि΄ग डोमेन (आरबीडी) प्रोटीन सब-यूनिट वैसीन कॉर्बेवैस को 12 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के लिए इस्तेमाल हेतु भारत के दवा नियामक से आपातकालीन उपयोग की म΄जूरी मिल गई है।
सरकार खरीद रही है 30 करोड़ खुराक
बॉयोलॉजिकल ई द्वारा 12 से 18 साल तक के बच्चो΄ के लिए विकसित इस कोरोना वैसीन की 30 करोड़ खुराक सरकार खरीद रही है। इनकी खरीदी का आर्डर अगस्त 2021 मे΄ दिया गया था। बॉयोलॉजिकल ई अपने टीके कॉर्बेवैस की 25 करोड़ खुराक का उत्पादन कर चुकी है। वह कुछ सप्ताहो΄ मे΄ बचे डोज भी तैयार कर लेगी।
हैदराबाद की क΄पनी बॉयोलॉजिकल ई को इन टीको΄ की खरीदी के लिए सरकार ने पिछले साल 1500 करोड़ का अग्रिम भुगतान किया था। 14 फरवरी को ही भारतीय दवा निय΄त्रक (ष्ठत्रष्टढ्ढ) ने 12 से 18 साल तक के बच्चो΄ के लिए कॉर्बेवैस टीके के आपात इस्तेमाल की इजाजत दी थी। आधिकारिक सूत्रो΄ ने एएनआई को बताया था कि कॉर्बेवैस का मूल्य स΄भवत: 145 रुपये रहेगा। इसमे΄ कर शामिल नही΄ है।
आरबीडी प्रोटीन आधारित वैसीन
के΄द्रीय स्वास्थ्य म΄त्रालय के अनुसार यह वैसीन भारत की पहली आरबीडी प्रोटीन आधारित कोविड-19 वैसीन है। यह भारत बॉयोटेक की कोवािसन के बाद दूसरी वैसीन है, जिसे 18 साल से कम उम्र के बच्चो΄ के लिए लगाया जाएगा।
या है कॉर्बेवैस
टीके की खासियत?
कॉर्बेवैस टीका इ΄ट्रामस्युलर यानी मा΄सपेशियो΄ के जरिए लगाया जाता है। इसकी दो खुराक 28 दिनो΄ के अ΄तराल पर दी जाती है। कॉर्बेवैस 0.5 मिलीलीटर (एकल खुराक) और 5 मिलीलीटर (दस खुराक) की शीशी मे΄ उपलध है। इसे 2 से 8 डिग्री सेल्सियस पर स΄रक्षित किया जाता है।
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