सविप्रा उपाध्यक्ष भरतपुर सोनहत विधायक ने मामलें की जांच कर कार्यवाही करने दिया कोरिया पुलिस को निर्देश
जिले के पुलिस कप्तान को लेकर भी वारयल चैट में की गई है आपत्तिजनक टिप्पणी
रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर 3 फरवरी 2022 (घटती-घटना)। कोरिया जिले के पुलिस विभाग के कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों के नाम से कुछ सोशल मिडीया चैट कई वाट्सअप समूहों में जारी किए जा रहें हैं और वायरल चैट में जो कुछ लिखा गया है और चैट को जारी करने वाले द्वारा चैट को लेकर जो दावा किया जा रहा है उसके अनुसार पुलिस विभाग में जिले के कुछ पुलिसकर्मियों के खिलाफ पुलिस अधिकारी ही षड्यंत्र कर उन्हें फंसाने का प्रयास कर रहें हैं और ऐसा करने के लिए पुलिस विभाग के कुछ जिम्मेदार और प्रभावशाली अधिकारियों द्वारा पुलिसकर्मियों को फंसाने के लिए साथ ही उन्हें विभिन्न कानूनी मामलों में उलझाने के लिए बाकायदा लेनदेन भी किया गया है विरोधियों से यह भी दावा चैट को वायरल करने वालों ने किया है। वहीं जो वाट्सएप चैट वायरल किया जा रहा है और जिसे लेकर यह भी दावा किया गया है कि वह पुलिस अधीक्षक कार्यालय के स्टेनो व पुलिस थाना पटना के थाना प्रभारी के बीच की वाट्सएप चैट है में वर्तमान पुलिस अधीक्षक को लेकर भी अमर्यादित टिप्पणी की गई है और जिसकी वजह से जिले का एक समुदाय विशेष अब इस संदर्भ में कार्यवाही की मांग कर रहा है और वाट्सएप चैट की सच्चाई तक पहुंचकर चैट में समुदाय विशेष के लिए टिप्पणी करने वाले के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की मांग कर रहा है।
सविप्रा उपाध्यक्ष भरतपुर सोनहत विधायक ने भी वायरल वाट्सएप चैट की जांच कर कार्यवाही के दिये निर्देश- पुलिस विभाग के कुछ अधिकारियों के बीच की जो चैट वायरल हुई है और जिसको लेकर जिले का एक समुदाय विशेष जहां अब कार्यवाही की मांग कर रहा है वहीं जिले के भरतपुर सोनहत विधायक सविप्रा उपाध्यक्ष गुलाब कमरों ने भी वायरल चैट मामलें पर सज्ञान लिया है और जिले के पुलिस विभाग के अधिकारियों को उन्होंने निर्देशित किया है कि वायरल चैट की जांच की जाय साथ ही इसके लिए दोषी पाए जाने वालों पर कठोर कार्यवाही की जाय, सविप्रा उपाध्यक्ष ने कहा है कि समाज या समुदाय विशेष पर की गई टिप्पणी को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
आखिर क्या है वायरल वाट्सएप चैट की सच्चाई ?
पूरे मामलें में अब एक सवाल जरूर उठ खड़ा हुआ है की आखिर वायरल वाट्सएप चैट की सच्चाई क्या है, क्या सच मे यह पुलिस अधीक्षक कार्यालय के स्टेनो और पटना पुलिस थाना प्रभारी के बीच की वाट्सअप चैट है या यह एक ऐसी चैट है जिसमें दोनों को बदनाम करने के लिए एक षड्यंत्र के तहत उन्हें फंसाने के उद्देश्य से किसी तकनीकी का सहारा लिया गया है,वैसे पूरे मामले का सच तभी बाहर निकल सकेगा जब वायरल चैट की जांच होगी और मामलें में जिन भी पुलिस विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का नाम सामने आ रहा है उनके मोबाइल फोनों की भी जांच विधिवत होगी।
मिडीया समूह में जारी हुआ है वाट्सएप चैट,दावा
जैसा कि घटती घटना पत्र समूह ने इस चैट की प्राप्ति पश्चात इसका प्रकाशन किया था और यह वाट्सएप चैट एक मीडिया वाट्सएप समूह में भी जारी हुआ था जिसको लेकर ही मामलें की सूचना सार्वजनिक हुई थी मामलें में घटती घटना समाचार पत्र का उद्देश्य कतई किसी समाज के लोगों की भावनाओं को ठेंस पहुंचाना नहीं था बशर्ते सच सामने आ सके इस उद्देश्य मात्र की वजह से खबर का प्रशासन किया गया था।
पूरे मामले में जिले के पुलिस अधीक्षक का कहना है कि वायरल चैट का मामला सज्ञान में आया है जांच की जा रही है कार्यवाही भी निश्चित रूप से की जाएगी वहीं उन्होंने कहा कि चूंकि मामला समुदाय विशेष समाज विशेष पर अमर्यादित टिप्पणी से जुड़ा हुआ है और यह गंभीर अपराध की श्रेणी का जुर्म है इसलिए इस चैट को वायरल करने वालों तक भी पुलिस की जांच पहुंचेगी और दोषी पाए जाने पर चैट को वायरल करने वाले जिसकी भी मंशा समुदाय या समाज के विरुद्ध समझ मे आएगी उसपर कार्यवाही तय की जाएगी।
प्रफुल्ल सिंह ठाकुर
पुलिस अधीक्षक कोरिया