अंबिकापुर 28 जनवरी 2022 (घटती-घटना)। बालक के पेट में तिल्ली बढ़ जाने से परेशान था। उसे चलना फिरना मुश्किल हो गया था। कॉलेज अस्पताल के सर्जन विभाग के चिकित्सकों ने बालक का जटिल ऑपरेशन कर जान बचाई है। बालक पिछले तीन महीने से तिल्ली के बढ़ जाने से परेशान था। उसे चलना फिरना भी मुश्किल हो चुका था। चिकित्सकों ने तीन घंटे का जटील ऑपरेशन कर जान बचाई है। जानकारी देते हुए डॉ. लखन सिंह ने बताया कि सूरजपुर जिला निवासी 12 वर्षीय नेत राम पिछले कई महीनों से तिल्ली के बढ़ जाने से चलना फिरना मुश्किल हो गया था। तीन माह पहले वह इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया था। जांच में तिल्ली बढऩा पाया गया। जो दाहिने साइड पेट में होता है। चिकित्सकों ने तीली बढऩे का पहले कारण जाना आखिर बच्चे का तिल्ली क्यों बढ़ रहा है। सारे रिपोर्ट निगेटिव थे। इसके बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एमएस डॉ. लखन सिंह के निर्देश पर सर्जन विभाग के चिकित्सक डॉ. पीआर शिवहरे, डॉ. नितीन दुबे व डॉ. दीवान ने ऑपरेशन की तैयारी की। 15 दिन पूर्व बालक का तीन घंटे का जटिल ऑपरेशन किया गया। इसके बाद स्वस्थ्य होने के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया है। बच्च अब पूर्व की तरह स्वस्थ्य है।
ऑपरेशन से पूर्व 11 हजार का वैक्सीन
तीली के ऑपरेशन से पूर्व वैक्सीन लगाने की आवश्यकता पड़ती है। जिसकी किमत 11 हजार रुपए है। डॉ. लखन सिंह ने बच्चे को नि:शुल्क वैक्सीन उपलब्ध कर लगवाया गया। डॉ. लखन सिंह ने बताया कि तिल्ली का ऑपरेशन काफी जटिल होता है। चिकित्सकों का ऑपरेशन में तीन घंटे का समय लगा। जटिल ऑपरेशन के दौरान बालक का रक्त स्राव हो गया था। उसे सात यूनिट ब्लड चढ़ानी पड़ी। वहीं बाहर में निजी अस्पताल में ऑपरेशन कराने पर लगभग दो लाख रुपए खर्च पड़ते। बालक काफी गरीब परिवार से है। उसे पूरी तरह स्वस्थ्य होने पर तीन दिन पूर्व उसे डिस्चार्ज कर दिया गया है। अब वह पूर्व की तरह खेल-कूद सकता है।