अम्बिकापुर 24 जनवरी 2022 (घटती-घटना)। राजमोहिनी देवी कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र में राष्ट्रीय बालिका दिवस, अधिष्ठाता डॉ पी.के जायसवाल के मार्गदर्शन में ऑनलाइन मोड से आयोजित किया गया। अधिष्ठाता ने कृषि में महिलाओं के योगदान को विस्तार पूर्वक बताते हुए राष्ट्रीय बालिका दिवस में बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक बनाने, लैंगिक भेदभाव के बारे में जागरूक किए एवं कृषि में महिलाओं की भागीदारी अधिक है, किंतु परिवार में निर्णय लेने की प्रक्रिया में भागीदारी कम होना बताया तथा बालक बालिका अनुपात में कमी होने पर चिंता व्यक्त किया । ग्रामीण क्षेत्र के बालिकाओं को पारिवारिक व्यवसाय, कृषि को शिक्षा में चयन करने की अपील की। महाविद्यालय से डॉ.नीलम चौकसे ने देश में कृषि के विकास में महिलाओं के योगदान के बारे में बताए। डॉ अरुण कुमार नायक ने खेल-कूद व योग का बालिकाओं के मानसिक व शारीरिक विकास के बारे में जानकारी दिये। डॉ. जी.पी. पैंकरा ने कीट प्रबंधन में महिलाओं के योगदान पर प्रकाश डाला। डॉ. जहार सिंह ने राष्ट्रीय बालिका दिवस के इतिहास व उद्देश्य को बताते हुए माता सावित्रीबाई फुले द्वारा किए गए त्याग, बलिदान व उनके जीवन संघर्ष का बालिकाओं के शिक्षित होने में योगदान को तथा फसल के रोग नियंत्रण में महिलाओं की भूमिका के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। डॉ. रंजीत कुमार ने कृषि कार्य में महिलाओं के लिए उपयुक्त यंत्र के बारे में बताए। डॉ सुनील कुमार सिंह ने महिलाओं के अधिकार के बारे में बताए। डॉक्टर राहुल आर्य ने हमारे महाविद्यालय से छात्राओं के योगदान व उपलब्धियों के बारे में जानकारी दिया। कार्यक्रम का आयोजन डॉ. नीलम चौकसे एवं डॉ. अरुण नायक ने किया। मंच का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर रंजीत कुमार ने किया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के डॉ.ए.के. सिंह, डॉ. पी. के. भगत, अरुणिमा त्रिपाठी, किरण तिग्गा, डॉ. सचिन जायसवाल व कर्मचारीगण उपस्थित रहे। बी.एस.सी. (कृषि) चतुर्थ वर्ष की छात्रा ज्योति साहू ने ऑनलाइन मोड दिल्ली गणतंत्रता दिवस के परेड से जुड़कर अपने अनुभव को साझा किया। महिमा कुजूर व गौरी ने कृषक परिवार से कृषि शिक्षा में आने के बारे में अपना अनुभव बताया तथा महाविद्यालय के अन्य छात्र-छात्राएं ऑनलाइन मोड़ से इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
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