अम्बिकापुर 20 जनवरी 2022 (घटती-घटना)। कोरोना संक्रमण की वजह से इन दिनों सरगुजा जिले में स्कूलों में ताला लगा हुआ है। छात्र घर बैठे ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हंै। इधर स्कूल बंद होने की वजह से टीकाकरण भी प्रभावित हुआ है। दरअसल छात्रों के स्कूल नहीं पहुंचने पर टीकाकरण अभियान की गति धामी हो गई है। वहीं अब छात्रों को स्कूल बुलाकर वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने की योजना बनाई जा रही है।
कोरोना संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए एक तरफ स्कूल बंद कर दिए गए हैं तो दूसरी तरफ इससे वैक्सीनेशन का कार्य प्रभावित हुआ है। खासतौर पर 15 वर्ष से 18 वर्ष तक के आयु वर्ग के युवाओं को लगाया जाने वाला वैक्सीन का काम एक तरह से रुक सा गया है। यही कारण है कि इससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। आलम ये है कि सरगुज़ा जिले में 52 हजार 400 किशोरों को वैक्सिनेसन करना था मगर यहां 37 हजार 600 बच्चों को ही वैक्सीन लग पाया है। इसी तरह बलरामपुर जिले में 46 हजार 724 किशोरों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य है मगर अब तक यहां 28 हजार 454 किशोरों को ही वैक्सीन लगी है। साथ ही सूरजपुर जिले में 47 हजार 742 किशोरों को वैक्सीन लगनी थी मगर यहां करीब 28 हजार किशोरों को ही वैक्सीन लग सकी है। सरगुज़ा समेत अलग अलग जिलों में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए 18 वर्ष से ऊपर के वैक्सीनेशन के बाद अब 15 से 18 वर्ष के किशोरों को भी वैक्सीनेशन लगाया जा रहा है। स्कूल खुले रहने तक किशोरों को वैक्सीन लगाने का काम जोर-शोर से जारी था, मगर बढ़ते कोरोना संक्रमण के बाद स्कूलों को बंद कर दिया गया जिसके कारण अब वैक्सीनेशन की प्रक्रिया भी प्रभावित हुई है।सरगुजा जिला के टीकाकरण अधिकारी राजेश भजगावली भी मान रहे हैं कि स्कूलों के बंद होने के कारण वैक्सीनेशन का काम प्रभावित हुए है। ऐसे में अब जिला शिक्षा अधिकारी से संपर्क कर अलग-अलग स्कूलों में 1 दिन छात्रों को बुलाकर वैक्सीन लगाने का काम किया जाएगा। इसके अलावा गांव और शहर में वैक्सीन के प्रति जागरूकता अभियान चलाकर भी वैक्सीनेशन के काम को तेज गति देने की कोशिश की जाएगी। गौरतलब है कि 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को वैकेंसीनेशन के बाद अब 15 वर्ष से 18 वर्ष तक के किशोरों को वैक्सीनेशन का काम किया जा रहा है जिसके बाद 12 वर्ष से 15 वर्ष तक के बच्चो को वैक्सीन लगाने का काम किया जायेगा।
