राजा मुखर्जी-
कोरबा 19 जनवरी 2022 (घटती-घटना)। कड़कड़ाती ठंड में वृद्धों और गरीबों को राहत देने के लिए पिछले दिनों प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए थे कि, ठंड से किसी की भी मौत ना हो, इसके लिए जरूरतमंद खासकर वृद्धों को कंबल बांटे जाएं। फरमान के बाद कलेक्टर, आयुक्त, जिला पंचायत सीईओ,पुलिस अधीक्षक आदि ने बस स्टैंड रेलवे स्टेशन व सार्वजनिक स्थानों पर रात में घूम-घूम कर चंद लोगों को कंबल बांटे। इसके बाद कुछ गांवों में जन शिविर लगाए गए ,जहां आने वाले लोगों में से चंद लोगों को अधिकारियों के हाथ कंबल बंटवाए गए। खाकी के रंग कार्यक्रम के तहत हुए आयोजन में भी पुलिस अधीक्षक द्वारा कुछ लोगों को कंबल बांटा गया।कोरोना संक्रमण फैलने से पहले कलेक्टर,जिला पंचायत सीईओ ने जहां-जहां शिविर किए या दौरा किए वहां सरपंच-सचिव को बोलकर चंद लोगों को कंबल बंटवाए गए । परंतु मकर संक्रांति से पहले हुई बारिश के बाद ,कड़कड़ाती ठंड पड़ने लगी ,लेकिन गरीबों , वृद्धों , पेंशन प्राप्त करने वाले गरीब हितग्राहियों को कंबल नसीब नहीं हुआ। इसके बाद ना अधिकारियों के दौरे हुए और न ही कंबल बांटे गए। इस बारे में जब सरपंचों से जानकारी ली गई, तो उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर कलेक्टर- कलेक्टर के निर्देश पर जिला पंचायत सीईओ- जिला पंचायत सीईओ के निर्देश पर जनपद सीईओ और जनपद सीईओ के निर्देश पर सरपंच को कंबल बांटना है,लेकिन किस मद से बांटना है, खरीदने के लिए राशि कहां से आएगी, कैसे आएगी इसका कोई मार्गदर्शन नहीं हैं,अब सरपंच कंबल लाए तो लाए कहां से ढ्ढ प्रारंभ में थोड़ा दबाव रहा तो, सौ-पचास कंबल मुश्किल से बांट दिए ,लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।यह उस जिले की जमीनी हकीकत है ,जो आकांक्षी जिलों की सूची में शामिल होने के साथ-साथ डीएमएफ का बहुत बड़ा फंड भी रखता है। जिले के कोरबा, करतला,कटघोरा,पाली और पोड़ी उपरोड़ा ब्लाक में यह जमीनी हकीकत है,जहां सीधे सरल ग्रामीण वृद्ध आज भी सरकारी राहत का इंतजार कर रहे हैं। ग्रामीण ननकीराम, भागवत, तिलक मोती, हेतराम, बिसाहू, रामगोपाल, कार्तिक कंवर, वीर सिंह, मनमोहन सिंह, रूप सिंह, फुल मत बाई जैसे न जाने कितने गरीब और वृद्ध अब भी कंबल की राह ताक रहे हैं।
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