कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्थ,दिन में भी ठिठुरन
अम्बिकापुर 17 जनवरी 2022 (घटती-घटना)। पिछले दिनों हुई ओलावृष्टि और बारिश के कारणपश्चिमी विक्षोभ के कारण सरगुजा संभाग पूरी तरह शीतलहर की चपेट में है। कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्तव्यस्थ है। लोग दिन में भी ठिठुरन महसूस कर रहे हैं। न्यूनतम तापमान में लगातर गिरावट हो रही है। हवा की दिशा बदलते ही जिले सोमवार को पूरे दिन ठिठुरन बनी रही औरर शीतलहर की स्थिति बनी रही। 11.30 बजे के बाद कोरोना धीरे-धीरे हटना शुरू हुआ।
पिछले दिनों हुई ओलावृष्टि और बारिश के कारणपश्चिमी विक्षोभ के कारण सरगुजा संभाग पूरी तरह शीतलहर की चपेट में है। कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्तव्यस्थ है। लोग दिन में भी ठिठुरन महसूस कर रहे हैं। न्यूनतम तापमान में लगातर गिरावट हो रही है। हवा की दिशा बदलते ही जिले सोमवार को पूरे दिन ठिठुरन बनी रही औरर शीतलहर की स्थिति बनी रही। 11.30 बजे के बाद कोरोना धीरे-धीरे हटना शुरू हुआ। मौसम विज्ञनी एएम भट्ट ने बताया कि उत्तरी छत्तीसग़ के ऊपरी हवा के साथ-साथ सतह की हवा की दिशा भी अब दक्षिणी से बदल कर पश्चिम, उत्तर पश्चिम हो रही है। लगातार हवा की दिशा बदलने से तापमान में गिरावट हो रही है। रविवार का न्यूनतम तापमान जहां 10.5 डिग्री था वहीं सोमवार का यह पारा गिर कर 7 डिग्री तक पहुंच गया है। तापमान में गिरावट होने से सरगुजा संभाग पूरी तरह शीतलहर की चपेट में है।
3-4 दिनों तक पड़ेगी कड़ाके की ठंड
पिछले दिनों हुई ओलावृष्टि के कारण उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों पड़ोसी राज्यों में भी शीलतर का प्रकोप है। इसी का असर है कि सरगुजा संभाग में भी शीतलहर पड़ रही है। सोमवार की सुबह घना कोहरा रहा। इसकी दृष्यता 25 से 50 मिटर तक थी। 10.30 बजे के बाद धीरे-धीरे कोहरा साफ होना शुरू हुआ। 11.30 बजे के बाद सूर्य दिखाई देना शुरू हुआ। धूप निकलने के बाद लोगों को ठंड से हल्की राहत मिली। मौसम विज्ञानी एएम भट्ट ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई ओलावृष्टि के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है। तापमान में लगातार गिरावट हो रहा है। यह स्थित 21 जनवरी तह रहने की उम्मीद है। 21 जनवरी को एक और पश्चिमी विक्षोक सक्रिय हो रहा है। इसके बाद आसमान में आदल छाना शुरू हो जाएगा। इसके बाद तापमान में कुछ वृद्धि होगी। अभी तीन से चार दिनों तक ठिठुरन रहेगा।
सेहत के लिए खतरनाक है ठंड में बारिश
हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि इस ठंड में होने वाली बारिश में लापरवाही करने की जरूरत नहीं है। ये बारिश व ठंड नुकसान भी पहुंचा सकती है। ठंडी हवाओं के साथ साथ मौसम में गलन महसूस की जा रही है जो कि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। डॉक्टर का कहना है कि इस मौसम में शरीर को गर्म रखने की जरूरत है जिसके लिए पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़े पहनने चाहिए वहीं खान-पान का भी खास ध्यान रखना चाहिए। ठंड लगने से बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। एकाएक ठंड बढ़ जाने से सर्दी, खांसी, बुखार जैेसे मौसमी बीमारियों ने लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है।