धान तौल व चट्टे पर जाने के बाद किसानों का धान हो जाता है वापस
बैकुण्ठपुर 11 जनवरी 2022 (घटती-घटना)। बैकुंठपुर विकासखण्ड के धान खरीदी केंद्र सलबा में धान खरीदी केंद्र में जारी मनमानी व किसानों को लगातार परेशान किये जाने की बात को लेकर धान खरीदी केंद्र सलबा में धान विक्रय हेतु पंजीकृत किसानों ने जिले के कलेक्टर को पत्र लिखकर शिकायत की है कि सलबा धान खरीदी केंद्र में किसानों को परेशान किया जा रहा है और उनका धान चट्टे पर जाने के बाद भी लौटा दिया गया। किसानों ने कलेक्टर कोरिया को लिखे अपने शिकायत पत्र में लिखा है कि 28 दिसम्बर 2021 को कुछ किसानों का टोकन धान बिक्री हेतु कटा हुआ था और किसानों ने अपना धान खरीदी केंद्र में लाकर बिक्री हेतु समिति से मिलने वाले बारदानों में पलटी किया और फिर तौल कराकर उन्होंने धान को समिति के चट्टे पर चढ़ा भी दिया।
किसानों ने शिकायत में कहा है कि जब किसानों ने धान समिति के चट्टों पर चढ़ा दिया और किसानों का धान समिति के सुपुर्द भी हो चुका तब कुछ किसानों को समिति के लोगों ने बुलाकर कहा कि उनका धान भीगा हुआ है और वह अपना धान वापस ले जाएं। किसानों ने शिकायत में कहा है कि उस दिन बारिश हुई थी और समिति में धान की सुरक्षा के उपाय नहीं थे इसलिए धान भीग गया और इसीलिए वापस ले जाकर किसान धान सुखाकर लाएं। किसानों ने यह भी शिकायत में लिखा है कि किसानों का धान उन्हें वापस ले जाना पड़ा और फिर से ले जाने का भाड़ा और फिर सुखाकर वापस लाने का भाड़ा किसानों को वहन करना पड़ा जिससे किसानों को नुकसान हुआ जबकि धान किसानों की गलती से नहीं भीगा। किसानों ने शिकायत में यह भी कहा है कि धान की सुरक्षा का जिम्मा समिति का था और उसके बावजूद धान भीगने की जिम्मेदारी किसानों पर थोप दी गई जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। किसानों ने शिकायत सौंपकर उचित कार्यवाही करने की मांग कलेक्टर कोरिया से की है।