अपने शासकीय वाहन में मौजूद थे जिला एवं सत्र न्यायाधीश सिराजुद्दीन कुरैशी
पृथ्वीलाल केशरी –
रामानुजगंज 9 जनवरी 20-22 (घटती घटना) जिला एवं सत्र न्यायाधीश सिराजुद्दीन कुरैशी अपने शासकीय वाहन में रामानुजगंज से वाड्रफनगर की तरफ जा रहे थे रामानुजगंज वाड्रफनगर मार्ग पर लरंगसाय चौक में तेज रफ्तार में सामने के तरफ से आ रहे बाइक ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश की कार को टक्कर मार दी इस दूर्घटना के दौरान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के साथ सुरक्षाकर्मी भी कार में मौजूद थे हालांकि किसी को चोट नहीं आई न्यायाधीश के शासकीय कार के सामने का नंबर प्लेट टूट गया। उक्त घटना के बाद जिला एवं सत्र न्यायाधीश सिराजुद्दीन कुरैशी ने युवक को माफ कर दिया जज ने कहा कि युवक पर किसी तरह की कानूनी कार्यवाही या स्नढ्ढक्र दर्ज होता है तो आगे भविष्य खराब हो सकता है न्यायाधीश ने अपने सुरक्षाकर्मियों को भी युवक पर किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं करने के निर्देश दिए और युवक को वहां से जाने दिया। वहीं घटना के बाद जिला एवं सत्र न्यायाधीश की दरियादिली को देखते हुए बाइक सवार युवक ने न्यायाधीश से माफी मांगी,युवक ग्राम पंचायत त्रिकुंडा का रहने वाला है और अभी पढ़ाई कर रहा है युवक के उपर अगर किसी तरह की कानूनी कार्यवाही होती तो उसका भविष्य खराब हो सकता था युवक ने आगे कभी भी तेज रफ्तार में वाहन नहीं चलाने की बात कही।
नगर की बिगड़ी कानून व्यवस्था जिम्मेदार मौन
नगर में बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर जिम्मेदार मौन है नगर की जनता जिनको नगर की व्यवस्था की जिम्मेवारी सौंपी है उन्हीं लोग अपनी जिम्मेदारी को निभा पाने में नाकाम साबित हो रहे हैं नगर में तेज रफ्तार के कारण आए दिन लगातार दुर्घटनाओं का दौर जारी है। यह वही लरंगसाय चौक है जहां कई दुर्घटनाएं घटित हो चुकी है बावजूद इसके प्रशासनिक हो या राजनीतिक किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। नगर का युवा वर्ग इतनी तीव्र गति से गाडç¸यों का संचालन कर रहे हैं कि उनके सामने यदि कोई पड़ जाए तो उसका जीवित बचना मुश्किल हो जाएगा।
तीव्र गति वाहन संचालक को रोकने के लिए किसी प्रकार की प्रशासनिक या राजनैतिक बैठकों का दौर आज तक नहीं किया गया है नगर के सभी मार्गों पर आवारा पशुओं का विचरण करना आम बात है आवारा पशुओं के कारण मार्केट में खरीदारी करने वाले लोगों को अपनी डिक्की में रखे हुए सामान का नुकसान उठाना पड़ रहा है क्योंकि आवारा पशु अपने ग्रास बनाने के चक्कर में पूरा सामान को तहस-नहस कर बर्बाद कर देते हैं जिसके कारण लोगों को आर्थिक एवं मानसिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सड़क पर दुकान का सामान रख रास्ते को अवरुद्ध करने वाले व्यापारियों पर भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है चांदनी चौक से लेकर महामाया चौक तक के मुख्य मार्ग पर पल-पल जाम लग रहा है वैसे तो कहने के लिए प्रशासनिक रिकॉर्ड में यह वीआईपी रोड है लेकिन वीआईपी रोड का दुर्दशा करने वाले लोगों पर प्रशासन मेहरबान है जिसकी खामियाजा नगर की जनता भुगतने को मजबूर है। वैसे जिले के कलेक्टर कुंदन कुमार ने जिला में जॉइनिंग करने के बाद अपने प्रथम नगर आगमन पर रामानुजगंज के एसडीएम एवं सीएमओ को निर्देश दे चुके हैं कि छत्तीसगढ़ का प्रथम प्रवेश द्वार है और इस नगर को व्यवस्थित करना आपकी जिम्मेदारी है इसे आप निभाने में कोताही न बरतें बावजूद इसके इस दिशा में कोई पहल नहीं की गई। अब सवाल यह उठता है कि नगर के प्रशासनिक अधिकारी यदि कलेक्टर का भी आदेश नहीं मानते हैं तो अब हर जगह कलेक्टर तो हाथ पकड़ कर काम कराने से रहे, जो नगर में आम जनता के बीज हमेशा चर्चा का विषय बना हुआ।