इस सवाल पर सिसोदिया का जवाब सुन भाजपा ने किया विधानसभा से वॉकआउट
नई दिल्ली ,04 जनवरी 2022 (ए)। दिल्ली विधानसभा सत्र के दूसरे दिन भाजपा विधायकों ने उस वक्त सदन से वॉकआउट किया जब उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर पीडितों के परिजनों को मुआवजा देने के लिए सरकार की शक्ति को छीनने का आरोप लगाया। उन्होंने भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता को बेकार की बात नहीं करने के लिए आगाह किया।
विजेंद्र गुप्ता ने पूछा था कि दिल्ली सरकार सहानुभूति के आधार पर कोरोना वायरस महामारी के दौरान मरने वाले सरकारी कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी क्यों नहीं दे रही है?
सिसोदिया ने अपने जवाब में बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि वे उपराज्यपाल और गृह मंत्री अमित शाह के पास जाएं और उनसे पूछें कि दिल्ली सरकार से यह शक्ति क्यों छीनी गई? सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल सरकार ड्यूटी पर मरने वाले किसी भी कर्मचारी के परिजनों को नौकरी देने की पक्षधर है, लेकिन यह सेवा विभाग के तहत आता है जो दिल्ली एलजी के अधीन है। अमित शाह, रुत्र अनिल बैजल से कहो कि हमें हमारा अधिकार दें।
इस मामले में अमित शाह का नाम घसीटे जाने से नाराज विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने सदन में अमित शाह जिंदाबाद के नारे लगाए और भाजपा के अन्य नेताओं के साथ वॉकआउट किया।
गौरतलब है कि, दिल्ली विधानसभा का दो दिवसीय सत्र सोमवार 3 जनवरी को शुरू हुआ था। पिछले महीने दिल्ली विधानसभा के एक बुलेटिन में कहा गया था कि सत्र तीन और चार जनवरी को दो दिन का होगा। इसमें कहा गया था कि कार्य की अनिवार्यताओं के अधीन, सदन की बैठक की अवधि को बढ़ाया जा सकता है। अधिकारियों ने कहा कि कोविड मामलों की बढ़ती संख्या के कारण, विधायकों और अधिकारियों को फेस मास्क पहनना होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। सत्र में एक प्रश्नकाल होगा और सदस्य विशेष उल्लेख के तहत महत्वपूर्ण मुद्दों को उठा सकेंगे।