रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर 19 दिसम्बर 2021 (घटती-घटना)। कोरिया जिले का स्वास्थ्य विभाग जब से रामेश्वर शर्मा सीएमएचओ के जिम्मे आया है तभी से स्वास्थ विभाग में सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है, कुछ ना कुछ बातों को लेकर स्वास्थ्य विभाग हमेशा सुर्खियों में बना रहता है। इस बार विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीएमएचओ डीएमएफ मद से रखे हुए डॉक्टरों को निपटाने के चक्कर में लगे हुए हैं ताकि दो नंबर में रखे आवेदनों को उनके जगह पेश कर नई नियुक्ति कर सकें। इस प्रयास में सीएमएचओ सफल होते हैं या नहीं यह तो वक्त बताएगा की आखिर सीएमएचओ ऐसा करने की फिराक में हैं या नहीं, जल्द यह मामला उजागर होगा यह भी सूत्रों का कहना है।
विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीएमएचओ डॉ रामेश्वर शर्मा डीएमएफ मद से रखे गए डॉक्टरों को हटाने की जुगत में लगे हुए हैं, जिससे उनकी जगह नए लोगों की नियुक्ति की जा सके जिसके लिए दो नंबर में आवेदन के लिए जा चुके हैं और ऐसे बातें आ रही हैं कि जिन लोगों ने आवेदन देकर रखा है उन्हें भरोसा व आश्वासन मिल चुका है की अब उनका नम्बर जल्द आने ही वाला है, और एवज में चढ़ावा भी लिया जा चुका है, पूरे मामले में सीएमएचओ ने बड़ी चालाकी से जिले के कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ को मामले में सामने कर बड़ी रणनीति के तहत खेल खेला है जिसमें सीएमएचओ को बड़ा लाभ भी हुआ है।
डीएमएफ मद (खनिज न्यास) से शासन द्वारा शासकीय चिकित्सालयों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की संविदा नियुक्ति का प्रावधान है वहीं खनिज न्यास से चिकित्सक की सेवा लेने के लिए जिले के खनिज न्यास मद के उपयोग हेतु गठित समिति में जिले के कलेक्टर सहित जिला पंचायत सीईओ व सीएमएचओ शामिल हैं, खनिज न्यास मद से विशेषज्ञ चिकित्सको को मानदेय या वेतन स्वरूप मासिक रूप से एक बड़ी राशि का भुगतान किया जाता है जिसके कारण विशेषज्ञ चिकित्सकों के द्वारा शासकीय चिकित्सालयों में सेवा देने की रुचि देखी जाती है जबकि शासकीय चिकित्सक बनकर सेवा देने की स्थिति में वेतन भत्ते खनिज न्यास मद से वेतन मानदेय की अपेक्षा काफी कम हैं इसलिए चिकित्सकों द्वारा प्रयास किया जाता है कि वह खनिज न्यास मद से वेतन प्राप्त कर शासकीय चिकित्सालयों में सेवा प्रदान कर ज्यादा वेतन प्राप्त कर सकें। जिले के सीएमएचओ भी यह बात जानते हैं और उन्होंने इसी का फायदा उठाने की कोशिश जारी की हुई है और वह वर्तमान में कार्यरत चिकित्सको को हटाकर नए चिकित्सक अस्पतालों में लाना चाहते हैं जिससे उन्हें लाभ हो सके और उनके माध्यम से उनके संपर्क में आये चिकित्सकों की नियुक्ति खनिज न्यास मद से हो सके।
सीएमएचओ की कार्यप्रणाली पर पहले भी लग चुके हैं आरोप
जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था सम्हाल रहे सीएमएचओ पर पहले भी इसी तरह की मनमानी और आर्थिक लाभ के लिए भर्तियां किये जाने का आरोप लग चुका है, पूर्व में हुई एनएचएम अंतर्गत भर्ती में भी अपने चहेतों को लाभ देने कइयों के फर्जी प्रमाण पत्र के साथ प्रस्तूत् आवेदनों को भी बिना जांच किये भर्ती प्रक्रिया इनके द्वारा पूर्ण की गई और अनुभव तक के अंक गलत आधार पर देकर पात्र को अपात्र कर दिया गया।
30 जून 2022 तक के लिए बढ़ाई गई सेवा,बीच में सीएमएचओ का नया खेल
जिला खनिज संस्था न्यास द्वारा जिले के स्वास्थ्य संस्थाओं के लिए 6 डॉक्टरों की सेवा वृद्धि 1 जुलाई 2021 से 30 जून 2022 तक के लिए की गई थी, इसमें 6 डॉक्टर शामिल है इसमें से तीन डॉक्टरों को हटाने के लिए सीएमएचओ ने अपना चाल चल रखा है, देखना यह है कि इनमें से सेवा से किसकी छुट्टी करते हैं और किसकी नई नियुक्ति करते हैं।
एक का इस्तीफा देने की आ रही बात
विशेष सूत्रों से मिलिजानाकारी के अनुसार 6 डॉक्टरों में से एक शिशु रोग विशेषज्ञ सीएमएचओ से परेशान होकर इस्तीफा दे दिया है, सूत्रों का यह भी मानना है कि सीएमएचओ 3 डाक्टरों को हटाना चाहते हैं साथ ही सीएमएचओ जिन्हें हटना चाहते है उसे इतना परेशान कर देते हैं कि वह स्वयं एक इस्तीफा देकर चला जाता है ऐसे कुछ डॉक्टरों के साथ पहले भी हो चुका है, वर्तमान में भी सीएमएचओ काकुछ डॉक्टर से नहीं जम रहा है जिसे लेकर सीएमएचओ डॉक्टरों को परेशान कर रहे थे।
आचार संहिता खत्म होने का इंतजार
सूत्रों की माने तो सीएमएचओ पहले से ही आदेश निकाल रखे हैं बस आचार संहिता का इंतजार कर रहे हैं आचार संहिता के बाद किन डॉक्टरों पर गाज गिरेगी और कौन ने डॉक्टर आएंगे यह देखने वाली बात होगी, लोगों का यह भी कहना है कि जो डॉक्टर आने वाले हैं उनका आवेदन पहले से ही ले लिया गया है अच्छे खासे रकम वसूली होने की भी बात सामने आ रही है।