बैकुण्ठपुर @कोई है जो जांच कर सकता है इस दीवाल के अंदर लगे पुराने ईंटे की?

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पुराने ईटें से दीवाल बन कर खड़ी रंग पुताई भी हुई पूरी,पर नहीं हुई तो सिर्फ जांच

रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 18 दिसम्बर 2021 (घटती-घटना)। पुरानी ईंटो से बन गई लाखों की दीवार, जल्दबाजी में पोताई भी हुई संपन्न, शासकीय राशि के दुरुपयोग का जीता जागता उदाहरण खांडा नर्सरी बाउंड्रीवाल निर्माण पुरानी दीवार तोड़कर पुरानी ईंटो से किया गया पूरा निर्माण, अब कौन करेगा जांच? वन विभाग के सबसे चर्चित सबसे प्रभावशाली अधिकारी का नया कारनामा। कोरिया जिले के बैकुंठपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय राज्यमार्ग 43 पर स्थित खांडा स्थाई रोपणी की पुरानी दीवार को तोड़कर उसकी ही पुरानी ईंटो से नई दीवार बना दी गई और अब प्लास्टर करके दीवार की पोताई भी कर दी गई जिससे दीवार की असलियत छिपाई जा सके और शासकीय राशि का बंदरबांट किया जा सके। बैकुंठपुर वन परिक्षेत्र के सबसे प्रभावशाली सबसे चर्चित रेंजर के इस कारनामे की कई बार खबरे भी प्रकाशित की गईं जिसमें इस बात का जिक्र किया गया कि बाउंड्रीवाल निर्माण जो खांडा नर्सरी में किया जा रहा है उसमे पुरानी ईंटो का ही इस्तेमाल किया जा रहा है और बाउंड्रीवाल नए ईंटो से बनाया जाना चाहिए लेकिन जिले के अंदर सबसे अधिक प्रभाव व पकड़ रखने वाले रेंजर के इस निर्माण कार्य की जांच करने कोई नहीं पहुंचा बशर्ते वन विभाग के एसडीओ ने तो निर्माण कार्य की जानकारी होने से ही मना करते हुए रेंजर से ही पूछ लेने को कह डाला। अब जबकि बाउंड्रीवाल पूरा बन चुका प्लास्टर पोताई सभी कार्य पूर्ण हो चुके तो यह भी सवाल उठना लाजमी है कि अब रेंजर साहब के इस कारनामे में भी कुछ नहीं होने वाला क्योंकि उनकी ऊंची पकड़ ऐसी है कि उनके कामों की जांच करने वाला कोई है ही नहीं क्योंकि सभी को वह अपने मामलों में मना ले जाने में माहिर खिलाड़ी हैं।

जल्दबाजी में पुरा किया गया बाउंड्रीवाल निर्माण

बाउंड्रीवाल में पुरानी ही बाउंड्रीवाल की ईंटो का उपयोग कर लिया गया है, नई ईंटो से बनाये जाने वाली बाउंड्रीवाल पुरानी ईंटो से बनने के बाद कितनी टिकाऊ होगी यह तो तय नहीं लेकिन शासकीय राशि की बड़ी रकम बंदरबांट की गई यह स्पष्ट नजर आ रहा है। बाउंड्रीवाल निर्माण कार्य इतनी जल्दबाजी में पूर्ण किया गया, किसी को भनक न लगे और काम पूरा करके राशि आहरित कर ली जाए, यहां तक कि दीवार की तराई भी सही तरीके से नहीं कि गई और पोताई करके ही कार्य पूर्ण दिखा दिया गया।

सड़क चौड़ीकरण के दायरे में भी फंस रही दीवार

उक्त बाउंड्रीवाल सड़क चौड़ीकरण के दौरान भी राष्ट्रीय राज्यमार्ग 43 के अंतर्गत फंस रही है और उसके टूटने की संभावना के बीच ही यह निर्माण जल्दबाजी में किया गया जिससे चौड़ीकरण के कारण दीवार टूटने के पहले ही राशि आहरित कर ली जाए।

निर्माण कार्यों में महारत हासिल है वन विभाग के रेंजर साहब को

कोरिया जिले के एक वन विभाग के एक ऐसे रेंजर हैं जिनके द्वारा यह निर्माण कराया गया है जिन्हें निर्माण कार्यों वन विभाग के विकास कार्यों की स्वीकृति व कार्यों को पूर्ण करने में महारत हासिल है जिन्हें। वन विभाग में स्वीकृति व कार्य संपादन बिना रेंजर साहब की सहमति और उनकी निजी इक्षा के विपरीत नहीं होता यह सर्वविदित है।

मैनेजमेंट गुरु के नाम से हैं प्रसिद्ध

सरकार किसी की हो अधिकारी कोई हो रेंजर साहब मैनेजमेंट गुरु की तरह काम करते हैं, इनका मैनेजमेंट इतना तगड़ा है कि इनके विरुद्ध जाने की कोई सोचने की भी हिम्मत नहीं करता, यह सभी को अपने नियंत्रण में करने में। माहिर हैं वहीं यह इसीलिए किसी भी निर्माण कार्य करने में सक्षम हैं।


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