छोटे और मध्यम किसानों को टोकन जारी करने में प्राथमिकता देने के निर्देश,खरीदी केंद्र में व्यवस्थाओं पर जताई संतुष्टि
अम्बिकापुर 02 दिसम्बर 2021 (घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास तथा जिले के प्रभारी मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया गुरुवार को एक दिवसीय प्रवास पर उदयपुर पहुंचे। उन्होंने उदयपुर विकासखण्ड के धान खरीदी केंद्र डांड़गांव का निरीक्षण कर 1 दिसम्बर से शुरू हुए समर्थन मूल्य में धान खरीदी की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने सभी पंजीकृत किसानों का धान खरीदने तथा छोटे और मध्यम किसानों को प्राथमिकता देते हुए पहले टोकन जारी करने के निर्देश दिए। धान खरीदी केंद्र में खरीदी की तैयारी तथा अन्य व्यवस्थाओं से उन्होंने संतुष्टि जाहिर की।
निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री डॉ डहरिया ने उपार्जन केंद्र अंतर्गत पंजीकृत किसानों की संख्या, धान की गुणवत्ता, और नमी की मात्रा, पहले और दूसरे दिन जारी टोकन संख्या और धान की मात्रा आदि की जानकारी ली। उन्होंने इस दौरान किसानों के धान वजन करने की प्रक्रिया का भी अवलोकन किया। उन्होंने धान तौल में वजन ज्यादा होने पर बारदाने में धान की वजन की निर्धारित मात्रा की जानकारी ली और बोरी सहित 40.60 किलोग्राम ही वजन करने कहा। इसी प्रकार धान की गुणवत्ता का भी निरीक्षण कर नमी के बारे में पूछताछ की और धान के लिए निर्धारित नमी की जांच कर खरीदी करने कहा। डॉ डहरिया ने खरीदी केन्द्र द्वारा जारी की गई टोकन की संख्या कम होने पर टोकन संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। डॉ डहरिया ने धान बेचने आये किसानों से खरीदी केंद्र की व्यवस्थाओं तथा सुविधाओं के संबंध में पूछ-ताछ की और उन्हें टोकन के आधार पर धान बेचने कहा। किसानों ने बताया कि उन्हें किसी प्रकार की समस्या नही हो रही है। व्यवस्थित तरीके से यहां धान खरीदी हो रही है।
बताया गया कि डांड़गांव उपार्जन केंद्र अंतर्गत 805 किसान पंजीकृत है। पहले दिन केवल 2किसानों को टोकन जारी किया गया था जिनसे 42 मि्ंटल धान खरीदी हुई। दूसरे दिन 14 किसानों का टोकन काटा है। यहां 5 वजन मशीन और 1 नमी मापक यंत्र है।
प्रभारी सचिव श्री पिंगुआ भी पहुचें धान खरीदी केन्द्र
वन, वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव तथा सरगुजा जिले के प्रभारी सचिव श्री मनोज पिंगुआ अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान अम्बिकापुर पहुंचे। प्रवास के दौरान उन्होंने जिले के विभिन्न धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने खरीदी केन्द्रों में सतत रूप से व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने तथा बिचौलियों की घुसपैठ को रोकने के निर्देश दिए।
प्रमुख सचिव श्री पिंगुआ सबसे पहले जिले के सीमावर्ती धान खरीदी केंद्र परसा पहुंचे। परसा में उन्होंने धान खरीदी के तय मानकों सहित अन्य व्यवस्थाओं के बारे में समिति प्रबंधक से पूछताछ कर जानकारी ली। समिति प्रबंधक को निर्देशित करते हुए श्री पिंगुआ ने कहा कि किसानों को धान बेचने के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या नही होनी चाहिए। हर प्रकार से उनकी सुविधाओं का ध्यान रखा जाए। खरीदी केंद्रों में बिचौलियों की घुसपैठ को नाकाम करें। उन्होंने कहा कि 80 प्रतिशत लघु एवं सीमांत किसान तथा 20 प्रतिशत बड़े किसानो को धान खरीदी में प्राथमिकता दें। जिन किसानों का धान बिक्री समाप्त हो रहा है उनका रकबा समर्पण फॉर्म आवश्यक रूप से भरा जाए। इस दौरान उन्होंने धान बेचने आये किसान श्री डीबी चौबे तथा श्री रामबचन से बात की। किसानों ने बताया कि धान बेचने के लिए टोकन कटाने तथा धान तौल कराने के समय उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हुई। इसके पश्चात श्री पिंगुआ लघु वनोपज संघ के द्वारा वन प्रसंस्करण केंद्र अम्बिकापुर में चल रहे कोदो, कुटकी और रागी संग्रहण के संबंध में एकदिवसीय संभागीय प्रशिक्षण का अवलोकन करने पहुंचे। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए अधिक से अधिक लघु वनोपज के संग्रहण तथा भंडारण की बात कही।