बैकु΄ठपुर@जिला स्तर पर लिए गए निर्णय से क्या पार्टियों के मुख्य नियंत्रक होंगे सहमत

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क्या कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व भी चुनाव बहिष्कार के निर्णय को करेगा स्वीकार,राष्ट्रीय पार्टियों का नगरपालिका चुनाव में भाग नहीं लेने के निर्णय को लेकर उठ रहे सवाल

कांग्रेस का कोई भी सदस्य बैकुंठपुर व शिवपुर चरचा से नहीं लड़ेगा नगरपालिका चुनाव,गेंद भाजपा के पाले में,भाजपा ने भी नियुक्तकिया है दोनों नगरपालिकाओं के लिए पर्यवेक्षक

रवि सिंह –
बैकु΄ठपुर 28 नवम्बर 2021 (घटती-घटना)।राष्ट्रीय पार्टियों का नगरपालिका चुनाव में भाग नहीं लेने के निर्णय को लेकर उठ रहे सवाल। क्या चुनाव में भाग नहीं लेने के निर्णय को राष्ट्रीय पार्टी के मुख्य नियंत्रक का भी है समर्थन? कांग्रेस की प्रदेश में सरकार है,क्या सरकार या कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व भी है निर्णय से सहमत? जिला स्तर पर लिए गए निर्णय से क्या राष्ट्रीय पार्टियों के मुख्य नियंत्रक होंगे सहमत। क्या कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व भी चुनाव बहिष्कार के निर्णय को करेगा स्वीकार। सवाल बैकुंठपुर शिवपुर चरचा नगरपालिका चुनाव बहिष्कार के निर्णय को लेकर। कोरिया जिले के साथ अन्याय को लेकर सभी दलों ने नगरपालिका चुनाव के बहिष्कार का किया है ऐलान। अब निर्णय प्रदेश नेतृत्व के पास,जिले के साथ या चुनाव का होगा समर्थन। कोरिया कांग्रेस ने नगरपालिका चुनाव के पार्टी पर्यवेक्षकों से कहा दो टूक। कांग्रेस का कोई भी सदस्य बैकुंठपुर व शिवपुर चरचा से नहीं लड़ेगा नगरपालिका चुनाव। अब गेंद भाजपा के पाले में,भाजपा ने भी नियुक्त किया है दोनों नगरपालिकाओं के लिए पर्यवेक्षक।
कोरिया जिले में दो नगरपालिका चुनावों की तैयारियों को लेकर प्रशासन मुस्तैद हो चुका है जिले में आचार संहिता भी प्रभावशील की जा चुकी है स्वयं कलेक्टर कोरिया श्याम धावड़े ने सभी अधिकारियों की बैठक लेकर चुनाव को लेकर जिम्मेदारियों का भी बंटवारा कर दिया है और पूरी तरह जिला प्रशासन चुनाव को लेकर तैयार है। कोरिया जिले में दो नगरपालिकाओं में आम चुनाव नगरीय निकाय के होने हैं और इसमें बैकुंठपुर व शिवपुर चरचा जो कुल दो ही नगरपालिका अब कोरिया जिले में शेष हैं के नाम शामिल हैं। कोरिया जिला जो अब विभक्त होकर दो जिले के रूप में भविष्य में जाना और पहचाना जाएगा में से अलग अलग हुए एमसीबी जिले को हिस्से में ज्यादा क्षेत्र व खड़गवां जैसा क्षेत्र मिला जो क्षेत्र खुद कोरिया जिले के साथ आने को आतुर था और जो जिले की पहचान भी था को भी एमबीसी जिले में शामिल किए जाने से नाराज कोरिया वासियों ने जिले के दो नगरपालिका चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लिया और जिसमें सभी राजनीतिक दलों की सहमति भी प्राप्त हुई और अंततः सभी दलों ने नगरपालिका चुनाव में शामिल नहीं होने के निर्णय पर आम सहमति बनाकर इसकी सूचना जारी कर दी। सूचना जारी होते ही नगरपालिका चुनावों की तिथियों का भी ऐलान हुआ और अब सभी असमंजस में हैं और एक दूसरे की तरफ सभी की निगाहें हैं कि आखिर क्या समाधान निकलेगा इस निर्णय का यह जल्द पता चला सके।

सबसे ज्यादा असमंजस सत्ताधारी दल कांग्रेस खेमे में

चुनाव बहिष्कार का निर्णय भले ही सर्वदलीय बैठक से निकलकर सामने आया हो लेकिन इसमें सबसे ज्यादा असमंजस में सत्ताधारी दल कांग्रेस के लोगों को देखा जा रहा है इसकी वजह भी है क्योंकि जिले का विभाजन या नए जिले का गठन या फिर जिले में क्षेत्र परिसीमन कर क्षेत्रो के शामिल करने का विषय सरकार का निर्णय है और वह प्रदेश सरकार का संचालन कर रहे ही दल के सदस्य या पदाधिकारी है। अब खुद सत्ताधारी दल का चुनाव बहिष्कार का निर्णय दल के पदाधिकारियों सहित सभी के लिए दुविधा का विषय बना हुआ है क्योंकि एक तरह से यह निर्णय सरकार विरोधी निर्णय के रूप में देखा और माना जाएगा और प्रदेश नेतृत्व सहित सरकार में शामिल जनप्रतिनिधियों को भी यह निर्णय रास नहीं आएगा।

बैकुंठपुर के कांग्रेसियों ने कहा नहीं लड़ेगा पार्टी से कोई चुनाव

कांग्रेस प्रदेश नेतृत्व ने कोरिया जिले के दो नगरपालिका चुनावों के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति पहले ही कर दी थी वहीं पर्यवेक्षक दिनांक 27 नवंबर को जब कोरिया जिले के कांग्रेस भवन पहुंचे वहां उपस्थित बैकुंठपुर व शिवपुर चरचा के समस्त कांग्रेसियों ने पर्यवेक्षकों से दो टूक कह दिया कि कांग्रेस से कोई भी इक्षुक प्रत्यासी भी नामांकन नहीं भरेगा वहीं जिले के साथ अन्याय के विरुद्ध में कोरिया कांग्रेस के बैकुंठपुर व शिवपुर कांग्रेस परिवार जिले के लोगों के साथ है उनकी भावनाओं के साथ है।

भाजपा की स्थिति भी दुविधा वाली

देखा जाए तो चुनाव बहिष्कार के निर्णय के बाद से ही भाजपा में भी पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओ में दुविधा बनी हुई है क्योंकि बहिष्कार का निर्णय जिला स्तर पर लिया गया निर्णय है और राष्ट्रीय पार्टियों का नियंत्रण जिला स्तर से नहीं होता ऐसे में क्या प्रदेश नेतृत्व निर्णय को समर्थन प्रदान करेगा यह चिंता भाजपा में भी बनी हुई है। अब कांग्रेस के निर्णय के पश्चात भाजपा के भी तरफ से पर्यवेक्षकों की नियुक्ति पश्चात उनका आगमन होने वाला है और वह कोरिया भाजपा क्या निर्णय लेगी यह देखने वाली बात होगी।

संभावित प्रत्याशियों में भी उहापोह की स्थिति

वहीं चुनाव लड़ने वाले संभावित प्रत्याशियों में भी उहापोह की स्थिति बनी हुई है क्योंकि जिले के नगरपालिकाओं का चुनाव बड़े लंबे समय से कोविड 19 से कारण रुका हुआ है और इस दौरान कइयों ने खुद को विकास आधार बताकर काफी खर्चा भी किया है ऐसे में अंदर ही अंदर संभावित प्रत्यासी किसी ठोस कार्यवाही जो प्रदेश नेतृत्व की तरफ से हो सके कि जिससे यह बहिष्कार बेमाने हो सके कि मंशा के साथ आज भी अपने अपने वार्डों में जुटे हुए हैं सेवा प्रदान कर रहें हैं और भगवान से मना भी रहें है इस बार चुनाव स्थगित न हो।


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