शासकीय भूमि पर शासकीय अनुदानों से सार्वजनिक हित हेतु निर्मित है कई भवन
भवनों पर कई दशकों से है निजी कब्जा,भवनों को निजी कब्जे से मुक्त कर पंचायत के सुपुर्द करने की है मांग
रवि सिंह-
बैकु΄ठपुर 24 नवम्बर 2021 (घटती-घटना)। पटना बाजारपारा निवासी अखिलेश गुप्ता की शिकायत पर फिर कलेक्टर कार्यालय से फिर जारी हुआ पत्र जिसमे कहा गया की शासकीय भूमि पर शासकीय अनुदानों से सार्वजनिक हित हेतु निर्मित है कई भवन। भवनों पर कई दशकों से है निजी कब्जा, भवनों को निजी कब्जे से पंचायत के सुपुर्द करने की है मांग। शिकायतकर्ता ने भवनों के कब्जा मुक्त नहीं होने पर आत्मदाह की भी दी है प्रशासन को चेतावनी। कार्यालय कलेक्टर (योजना एवं सांख्यकी)कोरिया ने लिखा आरईएस विभाग के कार्यपालन अभियंता को पत्र। ग्राम पटना स्थित व निर्मित शासकीय भूमि पर शासकीय अनुदानों से निर्मित भवनों को पंचायत के सुपुर्द करे विभाग। विभागीय मदों से निर्मित भवनों का कार्यपूर्णता प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत करे विभाग। समस्त दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराने पर विभाग से होगी ब्याज सहित राशि की वसूली।
बैकुंठपुर विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत पटना के बाजारपारा निवासी अखिलेश गुप्ता पिता मोतीलाल गुप्ता ने खुद को सामाजिक कार्यकर्ता बताकर ग्राम पंचायत पटना स्थित सार्वजनिक दुर्गा पूजा पण्डाल सह धर्मशाला सहित सार्वजनिक हित मे शासकीय भूमि पर शासकीय अनुदानों से निर्मित भवनों को पंचायत के सुपुर्द करने की मांग जिले कलेक्टर सहित प्रभारी मंत्री को की थी,उसी शिकायत के आधार पर कलेक्टर कोरिया के निर्देश पर ग्राम पटना स्थित विभिन्न शासकीय भूमि पर शासकीय अनुदानों से निर्मित भवनों के मदों अनुसार किन किन मदों से भवनों का निमार्ण हुआ और किन योजनाओं अंतर्गत निर्माण हुआ और उनका क्यों सीमित व्यक्तियों द्वारा उपयोग किया जा रहा है और उन भवनों का क्यों नहीं अभी तक ग्राम पंचायत को हस्तांतरण किया गया और क्यों नहीं उनका कार्यपूर्णता प्रमाण पत्र ही विभाग द्वारा प्रस्तुत किया गया,सभी शिकायतों के आधार पर कलेक्टर कोरिया (योजना एवं सांख्यकी)द्वारा सभी संबंधित विभागों को जिसमें ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग विभाग सहित जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंताओं को पत्र लिखा गया और भवनों का नियमानुसार ग्राम पंचायत पटना को हस्तांतरण करने निर्देश जारी किया गया,सभी शिकायतों के आधार पर जारी हस्तांतरण प्रकिया सहित कार्य पूर्णता के दौरान संबंधित विभागों ने भी केवल कागजी आधार पर ही हस्तांतरण प्रक्रिया पूर्ण करने की कार्यवाही की और हस्तांतरण करने की बजाए भवनों को पंचायत के केवल अनिवार्य हस्ताक्षर लेकर भवनों को निजी स्वामित्व में ही रहना छोड़कर कार्यपूर्णता व झूठा हस्तांतरण प्रमाण पत्र सौंप दिया,हस्तांतरण प्रक्रिया नियमानुसार पूर्ण नहीं किये जाने पर शिकायतकर्ता ने भी अब भवनों के हस्तांतरण नहीं होने की स्थिति में 30 दिवस पश्चात आत्मदाह की चेतावनी प्रशासन को दे दी है और अब उसी को ध्यान में रखकर पुनः कार्यालय कलेक्टर कोरिया (योजना एवं सांख्यकी) द्वारा आरईएस विभाग के कार्यपालन अभियंता को नया पत्र एक अन्य भवन जो शासकीय भूमि पर शासकीय अनुदानों से निर्मित है को हस्तांतरित करने सहित उसके कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने को लेकर लिखा है और यह भी लिखा है कि यदि अभी भी हस्तांतरण नही होता है और कार्यपूर्णता प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं किया जाता है तो समस्त जारी निर्माण राशि मय ब्याज विभाग से वसूली की जाएगी।
मामले में विभागों की ढुलमुल नीति
बैकुंठपुर विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पटना में श्री श्री 108 दुर्गा पूजा समिति पण्डाल व धर्मशाला सहित गायत्री मंदिर परिसर सहित व्यवसायिक परिसर मामले में जिन विभागीय मदों से भवनों का निर्माण सार्वजनिक हितों के उद्देश्य पूर्ति के लिए किया गया है और जिनका उपयोग निजी रूप में कुछ लोग व्यावसायिक रूप से कर रहें हैं मामले में शिकायतकर्ता की शिकायत के बावजूद संबंधित विभाग केवल खाना पूर्ति करने में ही रत नजर आ रहा है जबकि शिकायतकर्ता ने भवनों के पंचायत को हस्तांतरण नहीं होने की स्थिति में आत्मदाह की चेतावनी प्रशासन को दे रखी है, सम्बंधित विभागों द्वारा केवल व्यवहार निभाया जा रहा है और लेनदेन कर भवनों का हस्तांतरण पंचायत को नहीं किया जा रहा है काबिज लोगों से अब शिकायतकर्ता का यह भी कहना है, देखने वाली बात होगी की जिला कार्यालय से जारी पत्रों के परिपालन में संबंधित विभाग कब तक भवनों का हस्तांतरण पंचायत को कराता है।