कोरिया से कई कांग्रेस जनों के इस्तीफ ा आने की संभावना,शिवपुर चरचा के ब्लॉक अध्यक्ष का इस्तीफा कोरिया विभाजन या फिर पार्टी व जनप्रतिनिधि से मतभेद?
कोरिया कांग्रेस में बेहतर तवज्जो नहीं मिलना भी इस्तीफे की हो सकती है वजह?…क्या अजीत लकड़ा का इस्तीफा स्वीकार होगा या होगा मानमनौव्वल?
रवि सिंह –
बैकु΄ठपुर 15 नवम्बर 2021 (घटती-घटना)। कोरिया जिले के शिवपुर चरचा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजीत लकड़ा ने अपने पद से यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया कि कोरिया जिले का विभाजन किया गया और कोरिया जिले से खड़गवां विकासखण्ड को भी अलग कर दिया गया, कोरिया जिला अब खड़गवां के बगैर अधूरा है जबकि खड़गवां विकासखण्ड के अधिकांश ग्राम पंचायतों ने बाकायदा प्रस्ताव पारित कर कोरिया जिले के साथ रहने की सहमति प्रदान की थी, वहीं ग्राम सभा प्रस्तावों के विपरीत जाकर कोरिया जिले से खड़गवां को अलग कर दिया गया और कोरिया जिले को छोटा जिला बना दिया गया, अपने द्वारा लिखित रूप से जिलाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी कोरिया को सौंपे स्तिफे में अजीत लकड़ा ने यही कारण अपने पद से इस्तीफा देने का बताया है। उन्होंने अपने द्वारा जिलाध्यक्ष कांग्रेस कोरिया को सौंपे इस्तीफा पत्र में यह भी लिखा है कि खड़गवां जनपद पंचायत की सामान्य सभा मे भी प्रस्ताव पारित किया गया था कि खड़गवां कोरिया जिले के साथ जाना चाहता है लेकिन जनभावनाओं को दरकिनार करते हुए कोरिया जिले का क्षेत्रफल छोटा कर दिया गया वहीं इस निर्णय से वह स्वयं सहित जिले की जनता दुखी है।
इस्तीफ ा की वजह को लेकर कई तरह की अटकलें
अजीत लकड़ा ने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष पद से इस्तीफा यह लिखकर दिया कि कोरिया जिले के साथ अन्याय हुआ है और वह दुखी हैं,लेकिन इस बात को लेकर भी कई तरह की अटकलें लगाई जा रहीं हैं,बताया जा रहा है कि विगत कई माह से अजीत लकड़ा सोशल मीडिया पर ऐसा कुछ लिख रहे थे जिससे यह लगता था कि उनके अंदर कुछ व्यथा है जिसका वह बखान कर रहें हैं, कई बार उनके लिखे गए कुछ संदेश सीधे पार्टी को और बड़े नेताओं के संदर्भ में लिखे गए हों ऐसा भी आभाषित हुआ करता था, अब जबकि उन्होंने इस्तीफा सौंप दिया है तो अटकलें लगाई जा रहीं हैं कि उन्होंने केवल जिला विभाजन को लेकर इस्तीफा दिया है ऐसा नहीं है, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से तालमेल का आभाव साथ ही बेहतर तवज्जो नहीं मिल पाना भी पार्टी में इस्तीफा देने की वजह हो सकती है चर्चा भी चरचा में जारी है। सरकार के फैसले के विरुद्ध दिया गया इस्तीफा कहीं गलत निर्णय न साबित हो जाये-सूत्र। क्या अजीत लकड़ा का इस्तीफा स्वीकार होगा या होगा मानमनौव्वल? कहीं सरकार के निर्णय के विरुद्ध जाने की वजह से इस्तीफा तत्काल स्वीकार न हो जाये। जनवरी 2021 में हुआ था ब्लॉक अध्यक्ष का मनोनयन, आठ माह बाद कार्यकारणी का हो सका था विस्तार, नवम्बर 2021 में ही अध्यक्ष का इस्तीफा, क्या पार्टी के अंदर जिले में सबकुछ ठीक नहीं?
नगरपालिका चुनाव को लेकर भी हो सकता है इस्तीफा
अजीत लकड़ा का इस्तीफा नगरपालिका चुनावों के मदद्देनजर भी हो सकता है ऐसा भी अंदाजा लगाया जा रहा है क्योंकि इसबार शिवपुर चरचा नगरपालिका अध्यक्ष पद अन्य पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित है और स्वयं अजीत लकड़ा चूंकि अन्य पिछड़ा वर्ग समूह से नहीं आते इसलिए उनके लिए इस बार का चुनाव प्रत्यासी बतौर मैदान में उतरने योग्य नहीं है वहीं वह अपने पैनल से किसी को अध्यक्ष बनाना चाहते हैं जबकि कांग्रेस के ही कई अन्य लोग खुलकर इसबार के चुनाव की दौड़ में हैं जिसकी वजह से उनको अपने मनमुताबिक किसी का निर्वाचित हो पाना संभव नहीं दिख पा रहा है वही पार्टी भी कई लोगों पर अपना दांव लगाना चाहती है और जिससे जीत आसान हो और कांग्रेस की जीत हो यह बात भी उनको अच्छी नहीं लग रही थी यह भी इस्तीफा देने की वजह हो सकती है यह भी लोगों के बीच चर्चा जारी है।
अपनी ही पार्टी की सरकार के निर्णय के विरुद्ध इस्तीफा कहीं बड़ी भूल न साबित हो जाये
जिला विभाजन व नवीन जिले के क्षेत्रों को लेकर राजपत्र अधिसूचना का प्रकाशन वर्तमान कांग्रेस सरकार का निर्णय है और अजीत लकड़ा नगरपालिका अध्यक्ष भी कांग्रेस की टिकट पर जीतकर बने थे और उन्हें पार्टी ने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी का भी अध्यक्ष बनाया था अब इतने महत्वपूर्ण पदों पर पार्टी से तव्वजो मिलने के बावजूद उनका अपनी पार्टी के ही सरकार के निर्णय के विरुद्ध जाकर इस्तीफा देना उनके लिए बहोत बड़ी भूल न साबित हो जाये यह देखने वाली बात होगी,क्योंकि पार्टी कहीं इसे अनुशासनहीनता मानते हुए कड़ा रुख अख्तियार कर इस्तीफा स्वीकार करते हुए उनका निष्कासन न कर दे।
राजपत्र अधिसूचना जारी होते ही इस्तीफा देने का ऐलान कर चुके थे अजीत लकड़ा
नवीन जिला एमसीबी के लिए क्षेत्र परिसीमन को लेकर जैसे ही राजपत्र अधिसूचना जारी हुई और जैसे ही इसकी जानकारी सार्वजनिक हुई शिवपुर चरचा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अजीत लकड़ा ने सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफा देने की खबर को सार्वजनिक कर दिया था,वहीं उन्होंने सोशल मिडीया पर इस्तीफादेने की सूचना के दूसरे दिन ही अपना इस्तीफा जिलाध्यक्ष को सौंप भी दिया।
नगरपालिका अध्यक्ष भी रह चुके हैं अजीत लकड़ा
एसईसीएल में अभियंता के पद पर कार्यरत रहने के दौरान ही नौकरी छोड़कर अजीत लकड़ा ने नगरपालिका का चुनाव लड़ा और अध्यक्ष बनकर पांच सालों तक शिवपुर चरचा नगरपालिका की बागडोर भी सम्हाली,वहीं नगरपालिका अध्यक्ष के कार्यकाल समाप्ति पश्चात से ही वह ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष पद का दायित्व निर्वहन कर रहे थे।