मामला आरकेटीसी कंपनी के डामर प्लांट का
- राजेन्द्र शूर्मा-
खड़गवां 14 नवम्बर 2021 (घटती-घटना)। सड़क निर्माण कंपनी आरकेटीसी कंपनी के द्वारा ग्राम पंचायत सलका के रहवासी इलाके के बीच सड़क निर्माण कार्य के लिए डामर का प्लांट लगाया गया है जिससे निकलने वाली जहरीले धुएं से स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य पर पड़ सकता है बड़ा असर।
स्थानीय ग्रामीणों ने कलेक्टर कोरिया को लिखित शिकायत प्रस्तुत कर इस डामर प्लांट को अन्यत्र लगाने की मांग की है इस डामर प्लांट से निकलने वाला जहरील धुएं से कैंसर एवं सास की बिमारी होने का खतरा बना हुआ, इस जहरीले धुएं से लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा और वातावरण भी प्रदुषित हो रहा है, इसके बाद भी पर्यावरण एवं खनिज विभाग के आला अधिकारी इस डामर प्लांट को रहवासी इलाके में डामर प्लांट संचालन की अनुमति दे दी गई है, डामर प्लांट लगाने के लिए पर्यावरण प्रदुषण विभाग से अनुमति मांगी होगी और पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारी स्थल निरीक्षण में आकर स्थल की देखरेख करके अनुमति दिया गया होगा स्थानीय ग्रामीणों ने डामर प्लांट लगाने का विरोध भी किया था, मगर रसूखदार लोगों का संरक्षण होने के कारण किसी प्रकार की रोक नहीं लगी और डामर प्लांट स्थापित होगा जो आज लोगों के मुशिबत का कारण बन गया है। ग्राम पंचायत सलका में रहने वाले ग्रामीण लोग डामर प्लांट के धुएं की समस्याओं से परेशान हो रहे हैं। इससे निकलने वाला धुआ भी लोगों के स्वास्थ्य को बिगाड रहा है जिसे पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण विभाग के द्वारा किसी प्रकार का कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। डामर प्लांट के सामने रहने वाले ग्रामीणों को बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ग्रामीण बताते हैं कि मकान में काला धुंआ घरों में भी भर रहा है।
डामर प्लांट के धुएं से हो सकती है गंभीर बिमारी
डामर प्लांट से निकलने वाली जहरीले धुआं से सांस एवं कैंसर जैसी बीमारियों होने का खतरा ज्यादा बढ़ रह है यह बच्चों बुजुर्गों के लिए और घातक होता है। किंतु इसके बावजूद कंपनी अपनी गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाए खड़ा है। लोगों को इस जहरीले धुएं से प्रदूषण की समस्या से छुटकारा दिलाने के बदले मनमानी कर रही है।
पंचायत ने दिया प्रस्ताव फिर भी लगया गया डामर प्लांट
इस संबंध में ग्राम पंचायत सलका के सरपंच सेवती मार्को के मोबाइल नंबर 9131140843 से जानकारी चाही तो उन्होंने ने कहा कि हमारे द्वारा डामर प्लांट लगाने के लिए ग्राम पंचायत ने कोई प्रस्ताव नहीं दिया गया है पर सवाल उठता है की जब प्रस्ताव नहीं मिला तो फिर डामर प्लांट कैसे लगा जो जाँच का विषय बना हुआ है।