2023 से पहले किसानों को धान की कीमत 2800 रुपये मिलने लगेगी
रायपुर,06 नवम्बर 2021 (ए)। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव अभी दो साल का वक्त बाकी है, लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अभी से चुनावी दांव लगा दिया। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि सीएम भूपेश बघेल ने गोवर्धन पूजा के दिन किसानों के हित के लिए एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा विधानसभा चुनाव आते-आते किसानों को धान की कीमत 2800 रुपये मिलने लगेगी।
छत्तीसगढ़ में 15 साल के वनवास के बाद कांग्रेस पार्टी जीत का स्वाद चखने के बाद ये बात समझ चुकी है कि अगर इस जीत को आगे बरकरार रखना है तो पार्टी को किसानों को खुश करके चलना होगा। बीते चुनाव इसका उदाहरण है। साल 2018 के चुनाव में किसानों की कर्ज माफी और धान पर समर्थन मूल्य के बड़ों वादों के साथ एक बड़ी जीत हासिल की थी। अब एक बार फिर जीत का यही फॉर्मूला कांग्रेस दोहराना चाहती है, इसलिए चुनाव से दो साल पहले ही चुनावी वादों का अपडेट वर्जन जनता के बीच छोड़कर जीत पर मुहर लगाना चाहती है।
लंबे समय बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस ने आते ही किसानों से 2500 रुपये प्रति म्टिंल की दर से धान खरीद शुरू कर दी। हांलाकि करीब 19 सौ रुपये समर्थन मूल्य और बाकी के पैसे राजीव गांधी न्याय योजना के तहत दिए जा रहे हैं, लेकिन देशभर में सबसे ज्यादा कीमत पर धान खरीदी के इस फैसले की चर्चा पूरे देश में हुई। लेकिन अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यह कह रहे हैं कि अगले चुनाव तक किसानों को 28 सौ रुपये धान की कीमत मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने की पराली दान करने की अपील
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के किसानों से पैरा यानी पराली जलाने की जगह दान करने की अपील की है. गोवर्धन तिहार कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के किसानों से पैरा (पराली) दान करने की अपील की. उन्होंने कहा कि धान की कटाई शुरू हो गई है और कटाई के बाद निकलने वाला पैरा यानी पराली को जलाने से मना किया और कहा कि यह पैरा आसपास के गांवों मे दान करें।
दीवाली में भी छले गए किसान :कौशिक
मुख्यमंत्री के इस बयान पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि राज्य सरकार की 2500 रुपए में धान खरीदने की घोषणा है। केंद्र सरकार के द्वारा प्रत्येक वर्ष समर्थन मूल्य घोषित किया जाता है, उसका लाभ छत्तीसगढ़ के किसानों को नहीं मिल पा रहा है। अब मुख्यमंत्री ये कह रहे हैं चुनाव आते-आते 2800 किसानों को देंगे। जबकि किसानों को पहले 28 सौ के आसपास ही केंद्र की समर्थंन मूल्य की राशि पहुंच चुकी है।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि इसलिए इसी वर्ष 2800 रुपए राज्य सरकार किसानों के खाते में एकमुश्त देना चाहिए. दीवाली में भी छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ जिस तरह से धोखा किया जा रहा है, वो सही नहीं है। अब किसानों को उनका सही लाभ मिल सके। इसलिए राज्य सरकार तो तत्काल इसकी घोषणा करनी चाहिए। दूसरी ओर बीजेपी के प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का यह कहना है कि केन्द्र के द्वारा जो एमएसपी बढ़ाया गया है, कांग्रेस उसी राशि को देने की बात कह रहे हैं।
बयानबाजी की जगह केंद्र की बाध्यता को खत्म करवाएं :
सुशील आनंद शुक्ला
कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की वजह से राज्य के किसानों को एक मुश्त राशि नहीं मिल पा रही है। छत्तीसगढ़ सरकार लगातार किसानों के हक में फैसला करती है। नेता प्रतिपक्ष को चाहिए कि वे जाएं केंद्र सरकार से बात करें। धान खरीदी को लेकर जो केंद्र के द्वारा बाध्यता है उसे खत्म करवाएं।
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