कश्मीर घाटी से आतंक का सफाया करने के लिए उठाया कदम
नई दिल्ली ,02 नवम्बर 2021 (ए)। जम्मू और कश्मीर सरकार ने चरमपंथ और उग्रवाद से संबंधित मामलों के जल्द और प्रभावी जांच के लिए एक नई जांच एजेंसी, स्टेट इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (एसआईए) की स्थापना की है। इस जांच एजेंसी को लेकर सरकार ने बताया है कि एसआईए नेशन इन्वेस्टीगेशन एजेंसी सहित अन्य केंद्रीय एजेंसियों के साथ कोआर्डिनेट करने के लिए नोडल एजेंसी होगी। जम्मू-कश्मीर पुलिस के सीआइडी विंग के प्रमुख ही एसआईए के डायरेक्टर रहेंगे।
एसआईए का गठन उन मामलों की विशेष जांच के लिए किया गया है, जिन्हें एनआईए को नहीं भेजा गया है। पुलिस महानिदेशक के पास जांच के किसी भी बिंदु पर मामले को सौंपने का अधिकार होगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हालिया जम्मू और कश्मीर दौर के करीब 10 दिनों के बाद नई एजेंसी की घोषणा गई है। सभी पुलिस थानों को आतंक सबंधी किसी भी मामले को दर्ज किए जाने और जांच के दौरान आतंकवाद का कोई एंगल मिलने के तुरंत बाद एसआईए को जानकारी देनी होगी। एसआईए सभी तरह की आतंकी गतिविधियां, आतंकियों को फाइनेंशियल मदद, नकली करेंसी, आतंक से जुड़े एनडीपीएस मामले, किडनैपिंग और हत्या और भारत सरकार के खिलाफ झूठे प्रचार आदि मामलों की जांच करेगी। एसआईए में काम करने वाले हरेक अधिकार और कर्मी को बेसिक पे पर स्पेशल 25 फीसद का इंसेंटिव दिया जाएगा।जम्मू और कश्मीर सरकार ने एसआईए बनाने का यह कदम तब उठाया है जब प्रदेश में आतंकवाद में फिर से बढ़ोतरी देखी जा रही है। आतंकी घटनाओं में सिर्फ अक्टूबर में 41 लोगों की मौत हो गई है।