खडगवां @सड़क निर्माता कंपनी गिट्टी निकालने में मशगूल लोगों के स्वास्थ्य की नहीं चिंता

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क्रेशर से निकलने वाले स्टोन डस्ट से स्वास्थ का खतरा

राजेन्द्र शर्मा-

खडगवां 30 अक्टूबर 2021 (घटती-घटना)। क्रेशर से निकलने वाला स्टोन डस्ट बना जहर लोगों के स्वास्थ्य और किसानों की उपजाऊ भूमि हो रही बंजर, सलका में आरकेटीसी कंपनी ने सड़क निर्माण कार्य के लिए स्टोन क्रेशर लगाया है, इस स्टोन क्रेशर से उड़ने वाले स्टोन डस्ट से रहवासियों के स्वस्थ पर बुरा असर पड़ रहा है वाही किसानों की उपजाऊ भूमि बंजर हो रही है, क्योकि क्रेशर से निकलने वाला स्टोन डस्ट पानी के साथ बहकर खेतों में जाने वाले बुरादा से किसान के खेत खरबा हो रहे है, साथ ही वातावरण भी प्रदुषित हो रहा है एवं किसानों की उपजाऊ भूमि बंजर होते जा रही हैं इसके बाद भी पर्यावरण एवं खनिज विभाग के आला अधिकारी प्रदुषण रोकने कोई उपाय नहीं कर रहे हैं।
ग्राम पंचायत सलका में रहने वाले ग्रामिण लोग स्टोन डस्ट की समस्याओं से परेशान हो रहे हैं। पथर खदान से पथर निकासी के लिए चलाई जा रही ड्रिल मशीन से पथरो में छेद किया जा रहा है जिससे निकलने वाली धूल भी लोगों के स्वास्थ्य बिगाड रही है प्रदूषण नियंत्रण के प्रति कोई भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। सलका का स्टोन क्रशर स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है, इस क्रेसर से उड़ने वाले स्टोन डस्ट से सलका गांव के ग्रामिण प्रदूषण की चपेट में आ गए हैं। स्टोन डस्ट की वजह से क्रशर के किनारे रहने वाले ग्रामीणों एवं किसानों को बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है हैं, ग्रामीण बताते हैं कि मकान में नियमित साफ-सफाई नहीं की जाए तो डस्ट की मोटी परत जम जाती है एवं आस पास की खेतिहर भूमि डस्ट की वजह से किसानों के उपजाऊ खेत भी खराब हो रहा है में स्टोन डस्ट का व्यापक असर पड़ता जा रहा है। जहाँ एक ओर खेत बंजर हो रहे है वही दूरी ओर लोगों में स्वस्थ संबधी परेशानी भी दिन प्रति दिन बढ़ती ही जा रही है। ठंड और गर्मी में यह समस्या और बढ़ जाती है स्टोन डस्ट की समस्या से लोगों को निदान नहीं मिल पा रहा है। ग्राम पंचायत भी इन समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रही है। किंतु इसके बावजूद कंपनी अपनी गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाए खड़ा है। लोगों को प्रदूषण की समस्या से छुटकारा दिलाने हेतु कंपनी प्रबंधन को इस दिशा में सार्थक प्रयास किया जाना चाहिए।

रहवासी क्षेत्र में क्रेशर डालने की अनुमति किसने दी

सवाल यह भी उठता है की क्रेशर जैसे मशीनों को उसी क्षेत्रों में लगाया जाता है जो रहवासी क्षेत्र से दूर रहें, ताकि उसके डस्ट से लोगों को परेशानी ना हो, पर रहवासी क्षेत्र में ही क्रेशर का लगाना और वहां से उत्खनन होना एक बहुत बड़ा सवाल है कि आखिर विभाग ने ऐसे जगह से खनन की अनुमति कैसे दी अनुमति दी भी है या नहीं या बिना अनुमति के संचालित हो रहे क्रेसर इसे लेकर भी जन चर्चा आम है।

सेवती मार्को सरपंच ग्राम पंचायत सलका

इस संबंध में ग्राम पंचायत सलका के सरपंच सेवती मार्को के मोबाइल नंबर 9131140843 से जानकारी चाही तो संरपच पति ने मोबाइल फोन पर कहा कि ग्राम पंचायत के द्वारा प्रस्ताव तो क्रेशर लगाने का दिया गया था जिसमें सारे नियम का पालन करने के संबंध में कंपनी ने कहा था।


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