रवि सिंह-
बैकु΄ठपुर 30 अक्टूबर 2021(घटती-घटना)। कोल इंडिया की सहायक कंपनी एसईसीएल में कार्यरत अग्रणी श्रमिक संगठन हिंद कोयला मजदूर सभा एसएमएस के महामंत्री नाथूलाल पाण्डेय ने 76 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपकर एसईसीएल बिलासपुर के सीएमडी को चेतावनी दी है कि उनकी मांगे 1947 की धारा 22 की उप धारा(1) के तहत निराकृत नहीं कि गई तो एसईसीएल की सभी खदानों में धरना जुलूस व हड़ताल की जाएगी, वहीं उन्होंने मांगो के निराकरण के आभाव में होने वाले आंदोलन की तिथियों की भी घोषणा का उल्लेख ज्ञापन में किया है।मांगो के समय पर निराकरण के लिए 21 नवम्बर 2021 तक का समय देते हुए ज्ञापन में कहा गया है कि 22 नवम्बर को एसईसीएल के प्रत्येक उप क्षेत्रीय स्तर पर धरना आयोजित किया जाएगा,वहीं 29 नवम्बर को समस्त क्षेत्रीय स्तर पर धरना प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा वहीं उसके बाद भी मांगों के निराकरण नही होने की स्थिति में 6 दिसम्बर को एसईसीएल की समस्त खदानों में हड़ताल किया जाएगा वहीं कोयला परिवहन भी बाधित किया जाएगा।
एचएमएस की श्रमिक हित की यह है मांग :
एचएमएस महामंत्री नाथूलाल पाण्डेय ने सीएमडी बिलासपुर को अपनी मांगों से अवगत कराते हुए बताया कि उनकी मांगों में एसईसीएल व कोल इंडिया द्वारा जेबीसीसीआइ के समझौते व क्रियान्वयन आदेशों के द्वारा स्थापित प्रक्रियाओं को एकपक्षीय आदेशों द्वारा बिना नोटिश प्रदान किये ही सेवा शर्तों में परिवर्तन किया जा रहा है यह एक पक्षीय परिवर्तन औद्योगिक विवाद अधिनियम 1947 की धारा 9 ए व अनुच्छेद 4 तथा औद्योगिक विवाद अधिनियम 1947 के नियम 34 के प्रावधानों के विपरीत है 940 के तहत पूर्व श्रमिकों के परिवार के आश्रित सदस्यों के लिए स्वीकृति हेतु भेजे गए समस्त प्रकरण जो मुख्यालय में बिना स्वीकृति दिए लंबित हैं उनकी नियुक्ति आदेश जारी की जाय,स्पेशल हाफ लिव पर किसी श्रमिक के रहने पर यदि श्रमिक को कोई ऐसी बीमारी है जिसका इलाज ही संभव न हो तो श्रमिक को सक्षम मेडिकल बोर्ड से परीक्षण उपरांत मेडिकल अनफिट घोषित करते हुए उसके परिवार के आश्रित सदस्यों को नौकरी दी जाए।
आश्रित प्रकरणों में प्रबंधन द्वारा अनावश्यक आपत्ति न लगाई जाए। यदि किसी श्रमिक की सेवा के दौरान ही मृत्यु हो जाये उसके परिवार के आश्रित सदस्य को तत्काल अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान की जाए। विवाहित पुत्री को रोजगार प्रदान करने के मामले में माननीय न्यायालय के निर्देश उपरांत भी रोजगार हेतु कोई दिशा निर्देश जारी नही किया गया है, और प्रकरण मुख्यालय में लंबित हैं,ऐसे मामलों में शीघ्र नियुक्ति आदेश जारी किया जाए, ठेका मजदूरों की मृत्यु में लगातार वृद्धि हो रही है,पूरे कोल इंडिया में पिछले 5 वर्षों में कुल 105 ठेका श्रमिक ड्यूटी के दौरान दुर्घटना में वीरगति को प्राप्त हुए हैं वहीं किसी भी आश्रित को इन मामलों में ग्रेड्यूटी व पेंशन नहीं दी गई है, ठेका श्रमिको के स्वत्वों का भी भुगतान किया जाए, कोरोना में राज्य सरकार द्वारा घोषित कंटेन्मेंट जोन में फंसे श्रमिको व परिवार सदस्यों के कारण निषेधाज्ञा के कारण ड्यूटी नहीं जा पा रहें हैं,ऐसे श्रमिको के अनुपस्थिति के दिनों का वेतन भुगतान किया जाय, महिला श्रमिकों के पदोन्नति के लिए विशेष अभियान चलाया जाय, सेंट्रल हॉस्पिटल में नर्सिंग व ड्रेसिंग रूम को एयर कंडीशन बनाया जाय, पैरामेडिकल पदों पर विभागीय कर्मचारियों का चयन कर पदोन्नति दी जाए, ग्रुप गेड्यूटी का लाभ सभी परिवारों को तत्काल दी जाए, जो दूरवर्ती पाठ्यक्रमों से शैक्षणिक योग्यता अर्जित कर चुके हैं उन्हें पदोन्नति दी जाए, एसईसीएल की सभी खदानों खासकर हसदेव क्षेत्र की खदानों में हवा वेंटिलेशन की व्यवस्था की जाए, फिल्टर वाटर सहित अन्य कई व्यवस्था में सुधार की भी मांग मांग पत्र में शामिल है।