राजा मुखर्जी-
कोरबा 29 अक्टूबर 2021 (घटती-घटना)। बालको के राखड़ डेम से निकलने वाली राख के वेट के लिए लगी वे ब्रिज अब ग्रामीणों के सरदर्द का कारण बन गया है। बिना किसी वैध अनुमति के चल रहे वे ब्रिज में राख के वेट के लिए गाçड़यों की लम्बी प्रतिदिन लंबी कतार लग रही है। गाçड़यों के लग रहे जाम से लगातार दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। अवैध रूप से संचालित वे ब्रिज पर कार्रवाई करने की मांग करते हुए आर.टी.आई. कार्यकर्ता ने कलेक्टर को सौपा ज्ञापन।शिकायत पत्र में अनुरोध किया गया है कि धूल का गुबार उड़ाती राखड़ लोड गाçड़यों का लम्बा जाम लगने से यह मार्ग एक्सीडेंटल जोन का आकार लेता जा रहा है। गाçड़यों में रखे राखड़ के उड़ने से ग्रामीण कई तरह गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे है। आमजन के हित को ध्यान में रखते हुए तत्काल वे ब्रिज को बंद करने की मांग पत्र में की गई है।
उल्लेखनीय है कि झगरहा चौक में आदिवासी की जमीन पर वे ब्रिज संचालित है। वे ब्रिज संचालित करने वाले सफ़ेद पोश नेता द्वारा अपने प्रभाव का दंभ भरते हुए बिना किसी डायवर्सन के राखड़ वेट करने का काम लंबे समय से किया जा रहा है , पर अब ग्रामवासी राख के गुबार से परेशान होकर आरपार की लड़ाई के मूड में आ गए है। ग्रामीणों की समस्या को लगातार शिकायत करने के बाद भी प्रशासन के लोगों ने अनदेखा किया तो, आर.टी.आई. कार्यकर्त्ता मनीष राठौर नेआगे आकर ग्रामीणों की समस्या के समाधान के लिए बीड़ा उठाया और कलेक्टर को ज्ञापन सौपकर कार्रवाई की मांग की है।कलेक्टर से वेब्रिज की शिकायत के बाद अब शिकायतकर्ता पर आवेदन वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वेब्रिज का संचालनकर्ता बालको भाजपा का नेता है, जो अपने प्रभाव का दम्भ भरकर किसी विभाग से बिना अनुमति के संचालन अवैध रूप से कर रहा है। इस वेब्रिज से ग्रामीणों के स्वास्थ्य से तो खिलवाड़ हो रहा है पर कारोबार करने वाले नेताजी को क्या , उनका तो बंधा बंधाया फिक्स रकम तो आ ही रहा है। हां ये बात अलग है कि शिकायत के बाद वेब्रिज संचालक के तोते जरूर उड़ गए है।