कलेक्टर के निर्देशों की भी अनदेखी कर रेत मूल्य को लेकर ठेकेदार की ज्यादा वसूली जारी
-रवि सिंह-
बैकु΄ठपुर 26 अक्टूबर 2021 (घटती-घटना)। रेत मामले में जिले के रेट ठेकेदारों की मनमानी पर अब जिला कलेक्टर का भी नियंत्रण नहीं रह गया क्योंकि रेत ठेकेदारों ने कलेक्टर कोरिया के ही निर्देशों को दरकिनार कर दिया वहीं वह अपनी ही मनमानी जारी रखे हुए मनमुताबिक राशि रेत मूल्य के रूप में परिवहन कर रहे वाहनों से वसूल रहें हैं।
बता दें कि युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष संजीव सिंह काजू के नेतृत्व में जिलेभर के युवक कांग्रेस पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं ने विगत दिनों कलेक्टर कोरिया से मिलकर रेत मामलें में ठेकेदारों की मनमानी से कलेक्टर कोरिया को अवगत कराया गया था वहीं ज्ञापन सौंपते हुए ज्ञापन में उल्लेख किया था कि रेत मामले में ठेकेदारों द्वारा शासन की छवि को विपरीत प्रभाव पहुंचाया जा रहा है और आम जनता सहित परिवहन में कार्य करने वाले वाहन मालिकों को भी रेत ठेकेदारों द्वारा अधिक मूल्य पर रेत खरीदने मजबूर किया जा रहा है। युवक कांग्रेस के ज्ञापन पर तत्काल सज्ञान लेकर कलेक्टर कोरिया ने जिला खनिज अधिकारी को निर्देशित किया था कि जिले के रेत ठेकेदारों को अवगत कराया जाय कि रेत ग्रामीणों सहित पंचायतों व शासकीय उपयोग के लिए निशुल्क किया जाए वहीं निर्धारित दर पर पीटपास जारी कर ही परिवहन या विक्रय की जाए। वहीं रेत ठेकेदारों द्वारा नीली पीली लाल पर्चियों का भी खेल बन्द किया जाए।
कलेक्टर कोरिया के निर्देश पर जिला खनिज अधिकारी द्वारा ठेकेदारों को अवगत कराने के पाश्चत भी रेत ठेकेदार अपनी मनमानी पर उतारू हैं वहीं नीली पीली लाल पर्ची काटते खुद बैकुंठपुर तहसीलदार ने रेत ठेकेदारों के गुर्गों को रंगे हांथो पकड़ा भी,वहीं अब ठेकेदार मांगने पर पीटपास जारी तो कर रहें हैं लेकिन पिटपास में रेत का मूल्य अंकित नहीं कर रहें हैं वहीं रेत का मनमाना मूल्य वसूल रहें हैं।
रेत मामले में कलेक्टर के ही निर्देश को धता बताते रेत ठेकेदारों की मनमानी को लेकर एक बात अब तय हो गई और वह यह है कि रेत ठेकेदारों पर अब शासन प्रशासन का नियंत्रण बिल्कुल भी नहीं है वहीं अब रेत को लेकर किसी स्तर की शिकायत की सुनवाई भी कहीं हो सकेगी यह भी संभव नजर नहीं आ रहा है। वैसे यह अकेले कोरिया जिले का विषय नहीं है,प्रदेश के प्रत्येक रेत खदानों का अमूनन यही हाल है जहां जनता को लूटा जा रहा है और सुनवाई करने वाले जिम्मेदार मौन हैं।