मामला मनेंद्रगढ़ विधानसभा के वर्तमान व पूर्व विधायक के आपसी तकरार का
रवि सिंह-
बैकु΄ठपुर 24 अक्टूबर 2021 (घटती-घटना)। कोरिया जिले में जनप्रतिनिधियों के बीच एकबार फिर जुबानी जंग जारी है, मनेंद्रगढ़ विधानसभा के वर्तमान विधायक डॉ विनय जायसवाल व पूर्व भाजपा विधायक श्याम बिहारी जायसवाल के बीच अब एक जुबानी जंग जो दोनों ही के तरफ से जारी है कि खबर मिल रही है वहीं यह जुबानी जंग अब सोसल मीडिया पर भी सुर्खियां बटोर रहा है लोगों के बीच पूरा मामला बड़े जिज्ञासा का विषय बना हुआ है कि किसने किसको क्या कहा यह सभी जानने को उत्सुक नजर आ रहें हैं। बता दें कि कुछ दिनों पूर्व मनेंद्रगढ़ के वर्तमान विधायक डॉ विनय जायसवाल ने भाजपा के पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल के लिए चितकबरा शब्द का प्रयोग किया जिसको लेकर भाजपाइयों व पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल के समर्थकों ने काफी विरोध किया वहीं इस बयान के दो दिनों बाद ही पूर्व विधायक का भी बयान वर्तमान विधायक के लिए सामने आया जिसमें उन्होंने वर्तमान विधायक के लिए काला शब्द का प्रयोग किया जिसके बाद तो फिर सोसल मिडीया सहित लोगों की जबान तक वर्तमान व पूर्व विधायक की यह जुबानी जंग की चर्चा जारी रही और जो आगे भी जारी है।
पूरा मामला चिरिमिरी के स्थायित्व में श्रेय लेने की होड़ से जुड़ा हुआ
बताया जा रहा है कि वर्तमान व पूर्व विधायक के बीच जारी जुबानी जंग चिरिमिरी को स्थायित्व दिलाने को लेकर किये जा रहे प्रयासों का श्रेय लेने से जुड़ा हुआ है,वर्तमान कांग्रेस विधायक डॉ विनय जायसवाल का कहना है कि उनके द्वारा चिरिमिरी की बंद हो रही एसईसीएल खदानों सहित नवीन सर्वे के तहत खोली जाने वाली खदानों को क्रमशः जारी करने व नवीन खदानों को खोले जाने को लेकर जिससे चिरिमिरी में पलायन रुक सके व लोगों को रोजगार मिल सके कि मद्देनजर उनके द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ 25 अक्टूबर को मुख्य महाप्रबंधक एसईसीएल चिरिमिरी क्षेत्र के कार्यालय घेराव का कार्यक्रम तय किया गया था वहीं उनका यह भी कहना है कि चूंकि केंद्र में भाजपा की सरकार है और एसईसीएल केंद्र सरकार के अधीन है इसलिए भाजपा के पूर्व विधायक ने अपनी सरकार की छवि बचाने के लिए घेराव के पूर्व ही मुख्य महाप्रबंधक से मुलाकात कर ली और चिरिमिरी के स्थायित्व का दिखावा किया जबकि वह केवल एसईसीएल के विरुद्ध होने वाले आंदोलन को प्रभावित करने का काम कर गये जिससे चिरिमिरी का स्थायित्व प्रभावित होगा, इसी तारतम्य में मैंने उन्हें चितकबरा कहा जिसका मतलब है समय अनुसार रंग बदलने की प्रवृति यह भी वर्तमान विधायक ने बयान जारी किया। वही उन्होंने यह भी कहा कि कुछ महीने पहले कोयला मंत्री कोरबा के दौरे पर थे तब इन्होंने अपने ही दल की केंद्र सरकार के कोयला मंत्री से कोरबा जाकर मुलाकात नहीं कि। वहीं उन्होंने कहा कि मैंने कभी गलत नहीं कहा लेकिन जिस तरह अब पूर्व विधायक की भाषा शैली बिगड़ रही है कांग्रेस के लोगों को गालियां दे रहें हैं, मुझे गैंडा भी बोल दिया जा रहा है, वहीं महिला महापौर को रूप की रानी नागिन सहित बबली संज्ञा से नवाजा जा रहा है जबकि ऐसी भाषा का प्रयोग राजनीति में जायज नहीं है और कभी स्वीकार भी नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने बयान की निंदा भी की।
वर्तमान विधायक का बयान दुर्भाग्यजनक
वहीं भाजपा के पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि वर्तमान विधायक की भाषा व उनका बयान दुर्भाग्यजनक है,मेरे लिए चितकबरा शब्द का प्रयोग किया जाना कहीं से सही नहीं कहा जा सकता,वहीं उन्होंने हमारे छत्तीसगढ़ भाषा मे कहीं काला, पीला, सफेद मिश्रित रंग वालों को इस संज्ञा से नवाजा जाता है वहीं उन्होंने कहा कि मेरा रंग रूप और मेरा शरीर न तो गैंडे जैसा है न सकल ही कोयले जैसी काली है, मैं सामान्य कृषक पुत्र हूं सामान्य रूप से ही रहता हूँ, वहीं उन्होंने कहा कि बंटी, बबली, नाग नागिन जो मेरे बयान हैं वह इस क्षेत्र में विद्यमान हैं, वहीं उन्होंने कहा कि यह उनके द्वारा यदि विधायक जी के लिए कहा गया है तो विधायक जी घोषणा करें कि वही विधायक महापौर बंटी बबली नाग नागिन रूप की रानी चोरों का राजा हैं,मैंने नाम लेकर किसी को कोई संज्ञा नहीं दी है,वैसे भी मैं अपने बयानों की समीक्षा कर दूंगा यदि किसी को कोई आपत्ति है। वैसे किसी की ठेंस पर क्षमा भी मांग लूंगा यह भी पूर्व विधायक ने कहा।