प्रदेश के मुखिया का कबूलनामा,कोरिया जिले के विभाजन के विवाद का नहीं था अंदाजा
पुराने और नवीन घोषित जिले दोनों में नहीं कोई संतुष्ट, सबके साथ न्याय होगा,विधायकों ने बिना क्षेत्रवासियों की बेहतर सहमति क्यों जिले की घोषणा कराई,सवाल?
- रवि सिंह-
बैकु΄ठपुर 23 अक्टूबर 2021 (घटती-घटना)। कोरिया जिले का विभाजन करते हुए कोरिया जिले को दो जिलों में बांटने का निर्णय अब स्वयं प्रदेश के मुखिया के लिए असमंजस और दुविधा का विषय बन चुका है वहीं वह किसके साथ न्याय करें और किसके साथ अन्याय करें यह उनकी चिंता में शामिल विचार हो गया है। कोरिया जिले के विभाजन के विरुद्ध विभाजन के दौरान कोरिया जिले की अस्मिता का बेहतर ध्यान रखकर निर्णय लेने शासन व प्रशासन पर दबाव बनाने की रणनीति के तहत कोरिया जिला बचाव संघर्ष मंच का दो महीने तक चला धरना व अनशन कल मुख्यमंत्री से संसदीय सचिव व बैकुंठपुर विधायक अम्बिका सिंहदेव के नेतृत्व में मुलाकात के बाद समाप्त किया गया और इस मुलाकात में मुख्यमंत्री ने भी सभी के सामने ही स्वीकार किया कि यह जिला विभाजन हर तरफ से विरोध और अंसतोष उत्तपन्न करने वाला निर्णय साबित हुआ यह अब प्रतीत होने लगा है।
कोरिया जिले के साथ अनदेखी,माफ नहीं करेगी जिले की जनता
वहीं पूरे मामले पर और मुख्यमंत्री से मुलाकात पर भाजपा जिला महामंत्री युवा नेता देवेन्द्र तिवारी ने भी सोशल मीडिया पर अपना विचार प्रकट किया है उन्होंने कहा है कि 2 महीने पहले बैकुंठपुर, सोनहत, खड़गवां की आम जनता और व्यापारी एक साथ होकर जिले के विभाजन के विरोध में एकजुट हुए थे, वही इस विभाजन के विरोध में पहले विरोध स्वरूप घड़ी चौक के धरने में जनप्रतिधि भी साथ आकर यह आश्वासन देने से पीछे नहीं थे जिसमें उन्होंने कहा था कि 3 से 4 दिनों में ही मुख्यमंत्री से संवाद करते हुए जिले के साथ न्याय की मांग की जाएगी,वहीं बाद में कोरिया बचाव मंच बना और मंच के नेतृत्व में लोग क्रमशः धरने व अनशन पर बैठे,इस दौरान 60 दिनों तक जनप्रतिधि अवश्य मंच पर आए लेकिन धरने के स्वरूप और परिणाम को उन्होंने गम्भीरता से नहीं लिया,वैसे एक इतने बड़े जिले की भावना को प्रदेश के मुखिया तक पहुंचाने में दो महीने लगा दिए गए यह जिले के जनप्रतिनिधियों के लिए सोचने वाली बात होनी चाहिए वहीं उन्होंने यह भी लिखा कि मुख्यमंत्री ने यह कहा कि विधायकों के कहने पर जिला बनाया गया और ऐसा कहने का मतलब है कि जिले के तीन में से दो से पूछा गया एक से नहीं इससे भी यह साबित होता है कि मुख्यमंत्री जी को बैकुंठपुर विधायक की याद नहीं आई और विधायक की याद का सीधा मतलब है उन्होंने कोरिया जिले की जनता को अनदेखा करने की गलती की,उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी की बात से यह भी स्पस्ट है कि प्रदेश में सत्तासीन जनप्रतिनिधियों के आपसी मतभेद इस कदर हावी है कि उसमे जनता की भी अनदेखी करने से जनप्रतिधि बाज नहीं आ रहे हैं,वहीं उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में अपने ही दल के नेताओं को भी आड़े हांथो लेते हुए उनके लिए भी लिखा कि क्षेत्र विकास के नाम पर जो जुगलबंदी आज देखने को मिल रही है वैसी छूट कार्यकर्ताओं को भी होनी चाहिए। वहीं उन्होंने कहा कि कोरिया जिले की अनदेखी अक्षम्य अपराध है, जनता जवाब देगी।
संसदीय सचिव विधायक के नेतृत्व में पूर्व मंत्री सहित कोरिया जिलेवासीमिले मुख्यमंत्री से
कोरिया जिले के विभाजन और नवीन जिले एमसीबी के गठन उपरांत परिशिमन को लेकर असमंजस की स्थिति और जिले में शेष रह जा रहे क्षेत्रों को लेकर अस्पष्ट स्थिति को लेकर कोरिया जिले की अस्मिता को लेकर नवीन जिले की घोषणा के बाद से ही कोरिया जिलेवासियों द्वारा कोरिया जिला बचाव मंच बनाकर लगातार धरना और अनशन किया जा रहा था,अनशन और धरने को कोरिया जिले के समस्त वासियों सहित सभी सामाजिक,धार्मिक व राजनीतिक संगठनो का साथ भी मिल रहा था,धरना और प्रदर्शन अनशन के लगभग दो महीने पूरे होने के पूर्व मंच ने एक बैठक सर्वदलीय आयोजित की जिसमे निर्णय लिया गया कि तीन दिवस के भीतर यदि प्रदेश के मुखिया से मुलाकात नहीं हो पाई तो आंदोलन को उग्र रूप प्रदान करते हुए धरना प्रदर्शन तेज किया जाएगा। मंच की उग्रता को भांपकर कोरिया कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नजीर अजहर और प्रदीप गुप्ता ने मंच पर ही मुख्यमंत्री से मुलाकात हेतु समय लेने की बात का आश्वासन दिया, वहीं संसदीय सचिव बैकुंठपुर विधायक के नेतृत्व में पूर्व मंत्री पूर्व बैकुंठपुर विधायक भइयालाल राजवाड़े सहित मंच के संचालकगण सहित शहरवासियों की मुलाकात मुख्यमंत्री से हो सकी।
खड़गवां सहित सोनहत विकासखण्ड को कोरिया जिले में शामिल किए जाने की है मांग
कोरिया जिला संघर्ष मोर्चा की मांग है कि कोरिया जिले के साथ न्याय करने के लिए खड़गवां सहित सोनहत को भी जिले में शामिल किया जाय,बैकुंठपुर सहित इस तरह तीन विकासखण्डों की जिले में शामिल किए जाने की मांग है,और मुख्यमंत्री ने जिस तरह कोरिया जिले वासियों को आश्वासन दिया है न्याय होगा उससे स्पस्ट है कि अब खड़गवां विकासखण्ड कोरिया जिले में ही शामिल रहने वाला है क्योंकि इसके लिए खड़गवां विकासखण्ड के 50 प्रतिशत ग्राम पंचायतों सहित जनपद पंचायत का सामान्य सभा प्रस्ताव भी कोरिया जिले के समर्थन में है। विधायकों ने बिना क्षेत्रीय सामंजस्य बनाये जिले की घोषणा क्यों कराई? सवाल यह भी उठ रहा है कि मुख्यमंत्री ने कोरिया जिलेवासियों को मुलाकात में यह बताया कि उन्हें जिले के विभाजन के बाद के विवाद का अंदेशा नहीं था वहीं उनका यह कहना कि विधायकों ने कहा और उन्होंने घोषणा कर दी इसको लेकर अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या विधायकों ने जिले के गठन में हड़बड़ी दिखाई, बिना सामंजस्य बनाये जिले की घोषणा कराई, वैसे विधायकों ने क्षेत्र के लोगों की भावना को बिना समझे ही जिले की घोषणा कराई यह मुख्यमंत्री के बयान से साबित हो गया,अब एक बात और स्पस्ट हो गया कि विधायकों ने न कुछ सोचे समझे बिना ही पूरे एक शांतिप्रिय जिले को आपसी विवाद और वैमनस्यता के दलदल में ढंकेलने का काम किया।
मुख्यमंत्री ने मोबाइल कैमरे में कैद की महत्वपूर्ण तस्वीर
मुख्यमंत्री से मुलाकात करने कोरिया जिले से पहुंचे संसदीय सचिव बैकुंठपुर विधायक के नेतृत्व में पूर्व मंत्री पूर्व भाजपा विधायक भइयालाल राजवाड़े को साथ आया देखकर मुख्यमंत्री ने अपने मोबाइल कैमरे से तस्वीर कैद की और इस तरह क्षेत्र के प्रति मांगो का समर्थन दलीय भावना से ऊपर उठकर एकसाथ आकर करने के प्रयास को सराहते हुए इसे बेहतर व स्वस्थ राजनीति की संज्ञा दी।
मुख्यमंत्री ने माना कोरिया जिले का विभाजन में विवाद का नहीं था अंदाजा
कोरिया जिलेवासियों से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने यह माना कि कोरिया जिले का विभाजन और नवीन एमसीबी जिले की घोषणा विधायकों के कहने पर किया तो गया,लेकिन जिस तरह हर तरफ पुराने व नवीन जिले के अलग अलग क्षेत्रो में विरोध जारी है इसका अंदाजा बिल्कुल नहीं था।
सभी के साथ होगा न्याय
कोरिया जिले सहित सभी के साथ न्याय होगा, उन्होंने आश्वस्त किया कि सभी प्रदेश की जनता के प्रति उनका ध्यान है,और किसी के साथ भी अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
राज्यपाल से मुलाकात कर जिले की अस्मिता बचाने रखी गई मांग
जिले से रायपुर पहुंचे भाजपा पदाधिकारियों ने पूर्व मंत्री भइयालाल राजवाड़े के नेतृत्व में प्रदेश की राज्यपाल से भी मुलाकात कर जिले की अस्मिता को लेकर मांग रखी। कोरिया जिले में खड़गवां बैकुंठपुर सोनहत विकासखण्ड शामिल हो यह उनकी मांगों में प्रमुख मांग रही। मुलाकात के दौरान अनिल शर्मा बैकुण्ठपुर, शैलेष शिवहरे बैकुण्ठपुर, संजय गुप्ता बैकुण्ठपुर, विजय सिंह ठाकुर वैकुण्ठपुर उपस्थित रहे है।