टेंगनी में लगा अविश्वास प्रस्ताव,सरपंच के पक्ष में 11 पंच विपक्ष में पड़ा 7 मद
रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर/पटना 22 अक्टूबर 2021 (घटती-घटना)। जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर के टेंगनी ग्राम पंचायत में सरपंच के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव लगा जिसमें सरपंच के विरूद्ध में 18 मत पड़े तो पक्ष में 07 वोट पड़े। सरपंच के पक्ष में एक तिहाई से ज्यादा पंचों का समर्थन होने से उनकी कुर्सी बची रही।
मिली जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर के अंतर्गत पटना तहसील के टेंगनी ग्राम पंचायत के सरपंच इन्द्रासो सिंह के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लगा हुआ था। जिस पर अनुविभागीय अधिकारी के निर्देश पर तहसीलदार और पीठासीन अधिकारी भीष्म पटेल ने ग्राम पंचायत टेंगनी में जाकर अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया पूरी की। प्रक्रिया में ग्रामवासी के मौजुदगी में पंचो द्वारा गोपनीय मतदान कराये गये जिस पर अविष्वास प्रस्ताव के पक्ष में 11 लोगों का वोट आया और विपक्ष में 7 लोगों का आया। जिससे सरपंच की कुर्सी बच गई। ज्ञात हो कि बैकुण्ठपुर जनपद में ग्राम पंचायतों में अविष्वास का दौर चल रहा है और टेंगीन पंचायत को मिलाकर लगभग तीन पंचायतों में अविष्वास प्रस्ताव लग चुका है।
यह था अविश्वास प्रस्ताव लाने का कारण
ग्राम पंचायत टेंगनी तहसील पटना के उप सरपंच एवं 13 पंचो के द्वारा 05 अक्टूबर को अविष्वास प्रस्ताव लाया गया कि श्रीमती इन्द्रासो सिंह सरपंच ग्राम पंचायत टेंगनी के द्वारा ग्राम पंचायत में व्यक्तिगत व तानाशाही पूर्वक कार्य किया जाता है। ग्राम पंचायत के कार्यो को बिना पंचों की सहमति के करने की आदि है और पंचों के द्वारा यदि किसी काम के बारे में जानकारी चाही जाती है, उन्हें झूठे प्रकरण में फंसाने की भी धमकी दी जाती है। सरपंच द्वारा पंचायत के अंतर्गत पंजीकृत मजदूरों को नुकसान पहुंचाते हुये अवैध रूप से जेसीबी स्वयं के मिक्कचर मशीन और ट्रेक्टर से कार्य कराया जाता है। निर्माण कार्यो में स्वयं के टेक्टर ट्राली से मटेरियल तथा उनके फर्जी बिल लगाकर पंचायत से मटेरियल की राशि का आहरण स्वयं के नाम से लेती है। साथ ही परिवार वालों को पंचायत में महत्व देते हुये उनके चाहने वालों के फर्जी मस्टर रोल भर उनकी हाजिरी लगाकर अवैध रूप से राशि का भुगतान किया जा रहा है। पंचो को पंचायत निर्माण के कार्यो एवं राशि भुगतान बावत् जानकारी मांगने पर भी सरपंच के द्वारा कोई भी हिसाब व जानकारी नहीं दिया जाता है। जिस कारण ग्राम पंचायत टेंगनी में होने वाले कार्यो में पारदर्शिता समाप्त हो चुकी है।
विन्घ्येश पाण्डेय भाजपा जनप्रतिनिधि
समाजिक कार्यकर्ता व पूर्व सांसद प्रतिनिधि विन्ध्येश पाण्डेय ने अपना राय देते हुया कहा कि क्षेत्र में इन दिनों जो सरपंचो के विरूद्ध घटिया राजनीति हो रही है ऐसी स्थिति में अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले जनप्रतिनिधियों को बर्खास्त करने का अधिनियम में संशोधन करना चाहिए। ऐसा सिर्फ इसलिऐ हो रहा है कि कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों का सम्बन्धित पंचायतों में दाल नहीं गल रहा है। ऐसी स्थिति में पद के नशे में ऐसा कृत्य कर रहे है। जिले में आनी पंचायत, चिरगुड़ा पंचायत के साथ अब टेंगनी पंचायत मे ऐसा होना गलत प्रथा को जन्म देने जैसा है क्योंकि सरपंच भी आखिर निर्वाचित होते है जिन्हें जनता के द्वारा चुनकर भेजा जाता है। निजी लाभों के लिये सरपंच अविश्वास लाना सही नहीं है।
भीष्म पटेल नायब तहसीलदार पटना
आज अविश्वास प्रस्ताव था पर प्रस्ताव पारित नहीं हो पाया अविष्वास प्रस्ताव के पक्ष में 11 लोगों का वोट आया और विपक्ष में 7 लोगों का आया। नियमतः दो तिहाई कुल पंचो और उपस्थिति का तीन चौथाई बहुमत चाहिऐ होता है दोनों परस्पर आपस में सही नहीं बैठें इसलिऐ अविश्वास प्रस्ताव पारित नहीं हो पाया।