शासन सहित कलेक्टर के निर्देश को भी मानने को तैयार नहीं रेत ठेकेदार
रवि सिंह-
बैकु΄ठपुर 22 अक्टूबर 2021 (घटती-घटना)। जिले में जबसे रेत खदानों की निविदा के माध्यम से नीलामी हुई वहीं नीलामी में ठेकेदारों ने रेत खदानों पर अपना कब्जा जमाया तभी से रेत का मामला प्रतिदिन सुर्खियां बटोरता आ रहा है और लगातार जारी विरोध के बावजूद ठेकेदार व उसके गुर्गे अपनी मनमानी बंद करने को तैयार नहीं हैं वहीं अब रेत ठेकेदार व उसके गुर्गों ने शासन सहित जिले के कलेक्टर के निर्देशों की भी अनदेखी करनी शुरू कर दी है जो निश्चित रूप से एक बहोत बड़ी चुनौती है शासन प्रशासन के लिए क्योंकि रेत मामले से शासन की छवि लगातार धूमिल हो रही है और विरोध का स्वर जनता के बीच से निकलकर अब सत्ताधारी दल के लोगों की भी आवाज बन गई है।
इसी बीच सत्ताधारी दल के ही एक संगठन जिला युवक कांग्रेस रेत मामले में कार्यवाही सहित पीटपास जारी करने की मांग को लेकर दिए ज्ञापन के पश्चात कलेक्टर कोरिया द्वारा जिला खनिज अधिकारी को दिए इस निर्देश की धज्जियां रेत ठेकेदार उड़ा रहें हैं जिसमे कलेक्टर ने जिला खनिज अधिकारी को साफतौर पर रेत ठेकेदारों को यह निर्देश देने कहा था कि ग्रामीणों,पंचायतो व शासकीय कार्यों के लिए रेत निःशुक्ल रहेगा वहीं पीटपास में मूल्य अंकित करके ही रेत परिवहन किया जाए रंग बिरंगी पर्चियों के माध्यम से नहीं।
तहसीलदार ने छापे में पकड़ी थी रंग-बिरंगी पर्ची से रेत परिवहन
वहीं रंग बिरंगी पर्चियों से रेत परिवहन की लगातार मिल रही शिकायतों पर जब बैकुंठपुर तहसीलदार जांच करने पहुंचे थे तो उन्होंने रंग बिरंगी पर्चियां बांटते रेत ठेकेदार के गुर्गों को पकड़ा था वहीं इस बीच रेत ठेकेदार के गुर्गे बच कर भाग निकले थे।
पीटपास जारी करना ठेकेदार ने किया शुरू,मूल्य अंकित करने से अभी भी परहेज जारी
लगातार शिकायतों व कलेक्टर के निर्देश पर ठेकेदार ने अब पीटपास काटना तो शुरू कर दिया है लेकिन पीटपास में मूल्य अंकित नहीं करके वह शासन को चुना लगाने से बाज नहीं आ रहें हैं वहीं मनमानी राशि वाहनों से वसूल रहें हैं।
मूल्य सूची का प्रकाशन भी है रेत खदान में जरूरी
रेत निविदा की शर्त में रेत खदानों में रेत का मूल्य घन मीटर अनुसार प्रदर्शन किया जाना आवश्यक है लेकिन रेत ठेकेदार न तो रेत खदान में मूल्य अंकित कर रहें हैं न पीटपास में ही मूल्य दर्शा रहें हैं,आखिर मूल्य अंकित करने से ठेकेदार क्यों कतरा रहे हैं यह भी एक बहोत बड़ा प्रश्न है। वहीं बताया जा रहा है कि रेत ठेकेदार पीटपास में मूल्य अंकित इसलिए नहीं कर रहें हैं क्योंकि इससे उनकी पोल खुल जाएगी और रेत का मूल्य सभी जान जाएंगे वहीं इससे रेत ठेकेदारों की रेत मूल्य की मनमानी खत्म हो जाएगी।