पकी-खड़ी धान की फसल खराब होने की उम्मीद
- रवि सिंह-
बैकु΄ठपुर 19 अक्टूबर 2021 (घटती-घटना)। क्षेत्र में दो-तीन दिनों से रूक-रूक कर हो रही बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। क्षेत्र में लगभग धान की अच्छी पैदावार पर किसान फूले नहीं समा रहे थे वहीं बेमौसम बारीश ने उनकी माथे कि चिंता बढ़ा दी है। पकी, खड़ी धान की फसल पर यह बारिश अब आफत बरसा रही है। सप्ताह भर में तीसरी बारीश से पकी धान की फसल खराब होने की आषंका किसानों को सता रही है मंगलवार दोपहर हुयी तेज बारिश से खेतों में खड़ी धान की फसल को भारी नुकसान होने की उम्मीद किसान जता रहे है। इस बेवजह बारीश से किसानों की फसल बुरी तरह प्रभावित हो रही है। खेतों में पानी भर गया है। कुछ खेतों में धान पक कर तैयार हो गये है तो कुछ पकने को है वहीं खेतों में पानी भरने से तैयार फसल खेतों में गिर गई है। पिछले 3 दिन से रुक-रुक कर हो रही बारिश से धान की पैदावार में कमी होने की आषंका बनी हुयी है।
बेमौसम बारीश से कड़ी मेहनत पर फिरेगा पानी
किसानों का कहना है कि बारिश से धान की बालियां खराब हो रही है। बरसात की नम हवा में धान की बालियों, दाने उन्हें का खराब कर देगी। मोटे दाने वाले धान के फसल लगभग पककर तैयार हो गये जिन्हें काटने के लिये मौसम साफ होना जरूरी है। बारिश के चलते धान की कटाई नहीं कर पा रहे हैं जो किसान धान की कटाई किए थे उन किसानों के किसानों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। कार्तिक में सावन जैसी झड़ी से खेत पानी-पानी हो गए हैं।