रवि सिंह –
बैकु΄ठपुर 16 अक्टूबर 2021 (घटती-घटना)। विजयादशमी के अवसर पर बैकुंठपुर जिला मुख्यालय में विगत कई वर्षों से श्री राम जी की शोभायात्रा निकाले जाने की परम्परा चली आ रही है और यह शोभायात्रा बड़े उत्साह व उल्लास के साथ प्रेमाबाग मंदिर प्रांगण से निकाली जाती है वहीं शहर के समस्त वार्डों में इस शोभायात्रा को ले जाया जाता है और जय श्री राम के नारे के साथ रैली में शामिल सभी श्रद्धालुओं व हिंदू धर्मावलंबियों का उत्साह देखते ही बनता है। शोभायात्रा का समापन पुनः शहर भ्रमण उपरांत प्रेमाबाग पहुंचकर किया जाता है। इस शोभायात्रा में जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन का सहयोग निरंतर इस वर्ष भी मिला। शोभा यात्रा में प्रमुख रूप से उपस्थित रहने वालों में क्षेत्रीय विधायक अंबिका सिंहदेव, जिला पंचायत उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी, भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्ण बिहारी जयसवाल, देवराहा बाबा सेवा समिति के संरक्षक शैलेश शिवहरे, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अशोक जयसवाल, भाजपा महामंत्री देवेंद्र तिवारी, अरविंद सिंह अनुराग दुबे, प्रभाकर सिंह, अभय दुबे, छोटू सिंह, मंजय तिवारी, प्रशांत सिंह, वैभव सिंह, हितेश प्रताप सिंह, संजय मिश्रा, हर्षवर्धन शुक्ला, प्रसंग जायसवाल, आशुतोष गुप्ता, आयुष नामदेव, रितिक शिवहरे, संजू सोनी, माया सोनवानी, रीचेश सिंह, दीपक सिंह, विशाल सिंह, प्रियंक गुप्ता, अर्पित गुप्ता, सुनील शर्मा, यस त्रिवेदी, शारदा गुप्ता, प्रखर गुप्ता हर्षल गुप्ता, शनी गुप्ता, मनोज सोनी, पिंकू राजवाड़े, शिवा सिंह, प्रज्वल जयसवाल एवं सर्व हिंदू संगठन गौ रक्षा वाहिनी देवराहा बाबा सेवा समिति महाकाल सेवा समिति के सभी सदस्य शोभायात्रा में सम्मिलित हुए।
शोभायात्रा की अनुमति में नहीं मिला जनप्रतिनिधियों का सहयोग- प्रतिवर्ष विजयदशमी अवसर पर बैकुंठपुर शहर में निकलने वाली श्री राम जी की शोभायात्रा के लिए प्रशासन से मिलने वाली अनुमति के लिए जनप्रतिनिधियों का सहयोग नहीं मिला ऐसी भी सूचना मिल रही है, वहीं आयोजको सहित शहरवासियों के अडिग रहने की वजह से अनुमति सशर्त दी गई यह बताया जा रहा है। आयोजकों सहित शहरवासी शोभायात्रा के लिए अपनी परम्परा के निर्वहन के लिए अडिग थे।
भारत माता की जय के नारे पर भड़कीं विधायक
बताया जा रहा है कि शोभायात्रा के दौरान उत्साहित युवकों द्वारा जब भारत माता की जय के नारे लगाए जाने लगे तो उपस्थित विधायक ने इसपर नाराजगी व्यक्त की और इस नारे से माहौल खराब होने की और धार्मिक सौहार्द खराब होने की बात कहते हुए ऐसे नारे नहीं लगाने को उनके द्वारा कहा गया। वैसे भारत मे भारत माता की जय के नारे से माहौल खराब होने की बात सुनकर कुछ नवयुवकों को यह आपत्ति बुरी लगी, लेकिन किसी ने कोई विरोध किये बिना शोभायात्रा को सफल बनाया।