दिल्ली, महाराष्ट्र और पंजाब समेत कई राज्यों ने अपने यहां कोयले की कमी के चलते बिजली संकट का मुद्दा उठाते हुए केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है. साथ ही राज्य के नागरिकों से बिजली की बचत करने की अपील भी की गई है.
नई दिल्ली,11 अक्टूबर 2021 (ए)। देश के कई राज्यों में आए बिजली संकट को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री की अमित शाह की अध्यक्षता में बड़ी बैठक हुई. करीब डेढ़ घंटे चली इस बैठक में कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी, ऊर्जा मंत्री आरके सिंह समेत एनटीपीसी के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. अधिकारियों की ओर से गृह मंत्री को मौजूदा हालात और कोयले के भंडार के बारे में विस्तृत जानकारी मुहैया कराई गई है.
गृह मंत्रालय की ओर से बुलाई गई इस बैठक में कोयला और ऊर्जा मंत्रियों ने बिजली के उत्पादन से लेकर कोयला की माइनिंग की रिपोर्ट पेश की. इसके अलावा दोनों मंत्रालयों के सचिवों की ओर से भी हालात के बारे में जानकारी दी गई है.
कई राज्यों में बिजली संकट!
दिल्ली, महाराष्ट्र और पंजाब समेत कई राज्यों ने अपने यहां कोयले की कमी के चलते बिजली संकट का मुद्दा उठाते हुए केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है. साथ ही राज्य के नागरिकों से बिजली की बचत करने की अपील भी की गई है. हालांकि केंद्र की ओर से साफ कहा जा चुका है कि देश में कोयले का पर्याप्त भंडार है और बिजली संकट की आशंका सही नहीं है.
कोयला मंत्रालय ने रविवार को साफ कहा कि बिजली उत्पादक प्लांट की जरूरत को पूरा करने के लिए देश में कोयले का पर्याप्त भंडार है. मंत्रालय ने कोयले की कमी की वजह से बिजली आपूर्ति में बाधा की आशंकाओं को पूरी तरह से खारिज किया है. इसके पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर बिजली संकट का मुद्दा उठाया था.