जाच के दौरान नदारत रहे अधिकारी,जाच टीम ने पंचनामा बना रिपोर्ट कलेक्टर को सौपा
रवि सिंह –
बैकु΄ठपुर 09 अक्टूबर 2021 (घटती-घटना)। जिला मुख्यालय कलेक्टेड कार्यालय कोरिया के निकट स्थित एफसीआई के गोदाम में रखा चावल खराब होने की शिकायत मिलने पर कलेक्टर कोरिया के निर्देश में जाच टीम जाच करने पहुँची जहा कुछ रखे गए बोरो में चावल खराब दिखा, वही एक गोदाम को नही खोले जाने पर स्तिथि स्पष्ट नही हुआ कि कितनी मात्रा में चावल खराब हुआ है, वही गोदाम के कुछ अधिकारी भी नदारत रहे, जिससे जाच टीम ने एक गोदाम में रखे चावल को सेंपल जाच के लिए भेजा है, वही कुछ बोरियों में चावल की गुडवत्ता खराब होने से नाराजगी भी व्यक्त किया गया, वही एक गोदाम जिसमे शिकायत मिली थी उसे नही खोले जाने को लेकर वहा उपस्थित कर्मचारियों का पंचनामा बना कर इसकी रिपोर्ट कलेक्टर कोरिया को सौपने की बात कही है, वही गोदाम में वर्तमान में 346 टन चावल का स्टॉक होने की जानकारी हैं। वही पुनः 12 नवंबर को गोदाम की जाच कर कार्यवाही करने का संकेत दिया जब कि गोदाम में दर्जनों बोरा चावल सड़ जाने की सूचना हैं जहा अब एफसीआई प्रबंधन अपनी गलती छिपाने लीपापोती में लग गए है। वही सड़े चावल को अलग करने का हवाला दे रहे हैं जिससे गोदाम तक चावल पहुँचने व इसकी जाच में लगे अधिकारियों की भूमिका को लेकर सवाल उठना लाजमी हैं।
मिली जानकारी अनुसार भारतीय खाद्य निगम ने वर्ष 2020-21 में मिलरों से चावल लिया है। प्रबंधन द्वारा चावल बारिश में भींगकर खराब होने की बात कही जा रही है जबकि प्रबंधन रखरखाव के नाम पर हर साल लाखों रुपए खर्च करता है। इस के बाद भी चावल का बारिश में भीग बड़ा सावला है अधिकारी अपनी लापरवाही छिपा रहे हैं। जब जाँच अधिकारी एफसीआई के गोदाम पहुंचे तो दर्जनों बोरो में कई मि्ंटल चावल सड़े हुए पड़े थे। वहीं खराब बोरो को अलग से नीचे रख दिया गया हैं। जब कि चावल के बोरो में वर्ष 2020/21 का टैग मार्का लगे होने की सूचना हैं। एफसीआई प्रबंधन की लापरवाही का यह पहला मामला नहीं है। हर साल जिले के एफसीआई गोदाम में प्रबंधन की लापरवाही से सैकड़ों मि्ंटल चावल खराब हो जाते हैं जिसकी भनक तक नही लगती।
क्या संडा चावल बनेगा गरीबों का निवाला?
मुख्यालय के निकट स्तिथ भारतीय खाद्य निगम का यह गोदाम जिले में बीच सेंटर पर है। यहां हर माह सहर सहित ब्लॉकों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली और अन्य कार्यों के लिए शासकीय खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाता है। जाहिर है प्रबंधन द्वारा सड़े चावल की साफ सफाई कराकर गरीबों को बांटने वाले सस्ता राशन में वितरण किया जाएगा गरीब तबके के लोग सड़ा चावल खाने मजबूर होंगे। एक ओर सरकार गरीबों को अच्छी मलिटी का राशन उपलब्ध कराने पीडीएस में करोड़ों रुपए खर्च कर रही है वहीं दूसरी ओर लापरवाही के कारण गरीबों का निवाला भी खराब जा रहा है।
कैसे बारिश में भीगा है चावल?
एफसीआई गोदाम छिंदडाँड़ के एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह चावल बारिश में भीग गया है जिस कारण बोरे खराब हुए हैं जिन्हें अलग रखवा दिया गया हैं मलटी के संबंध में उच्च अधिकारी ही बता पायेंगे क्यो की जाच के पस्चात ही यहा चावल गोदाम में आता हैं।
एस ठाकुर एसडीएम बैकुंठपुर व जाच अधिकारी
एफसीआई गोदाम में चावल खराब होने की जानकारी मिली थी जिस आधार पर कलेक्टर कोरिया के निर्देश पर जाँच किया गया है एक गोदाम नही खोल कर दिखाया गया ,दूसरे गोदाम में कुछ मात्रा में चावल का नमूना सही नही पाया गया जाच के लिए सेम्पल भेजा जायेगा।