सत्ता पक्ष दे रहा है सफाई…विपक्ष का पलटवार हुआ तेज…35 से 40 विधायक दिल्ली में डाले डेरा…
रायपुर,02 अक्टूबर 202 1 (ए)। छत्तीसगढ़ से कांग्रेस विधायकों का दिल्ली दौरा रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बीते बुधवार से लेकर अब तक करीब 35 से 40 विधायक दिल्ली पहुंच चुके हैं। हालांकि कुछ विधायक इसे निजी दौरा बता रहे हैं। तो वहीं मरवाही के विधायक केके ध्रुव अपने वरिष्ठ विधायकों के बुलावे पर दिल्ली जाना बताया है। ऐसे में माना जा रहा है कि अभी भी छत्तीसगढ़ में ढाई साल वाला फार्मूला शांत नहीं हुआ है। दोबारा इतनी बड़ी संख्या में विधायकों का दिल्ली पहुंचना शक्ति प्रदर्शन 2.0 माना जा रहा है।
बता दें पिछले महीने भी 45 से अधिक विधायक दिल्ली पहुंच कर शक्ति प्रदर्शन कर चुके हैं। पंजाब कांग्रेस में घमासान अभी भी शांत नहीं हो पाया। इस बीच छत्तीसगढ़ में कुर्सी दौड़ और तेज हो गई है। छत्तीसगढ़ से कांग्रेस विधायकों का एक बड़ा दल दिल्ली में मौजूद होने से प्रदेश की राजनीति गर्म है। उठापटक के चलते छत्तीसगढ़ में कांग्रेस दो धड़े में बंट गया है, जिसमें एक मुख्यमंत्री का तो दूसरा स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का। दिल्ली पहुंचने वाले सभी विधायक मुख्यमंत्री के करीबी माने जाते हैं। इन विधायकों का मानना है कि प्रदेश में कामकाज भूपेश बघेल के नेतृत्व में ही सुरक्षित है, अभी बदलव की कोई जरुरत नहीं है। वहीं सिंहदेव धड़ा आलाकमान से ढाई साल वाला वादा पूरा करने का दबाव बना रहा है।
सूत्रों के मुताबिक उनके समर्थक मंत्री और विधायक अपने पद से इस्तीफा देने की बात कह चुके हैं, लेकिन भूपेश बघेल अपनी कुर्सी छोडऩे को तैयार नहीं हैं। जिससे रस्साकसी बढ़ गई है। आलाकमान के लिए छत्तीसगढ़ का मामला अब पेचीदा बन चुका है।
ता दें कि सितंबर महीने में ही छत्तीसगढ़ से कांग्रेस करीब 45 विधायक सहित अन्य नेता दिल्ली में आलाकमान से मुलाकात की थी। इस दौरान सभी ने एक स्वर से प्रदेश में मुख्यमंत्री न बदलने पर एक राय दी थी। वहीं राहुल गांधी ने भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्री टीएस सिंहदेव से वन टू वन चर्चा की थी। राहुल से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री भूपेश ने राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ दौरे की बात कही थी। राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ आने की चर्चा थी, इसके लिए प्रदेश कांग्रेस ने एक रोडमैप तैयार कर राहुल को प्रस्ताव भी भेजा था, लेकिन उनका दौरा अब तक तय नहीं हुआ है। ऐसे में वर्तमान में दिल्ली कूच करने वाले विधायक राहुल को निमंत्रण देने के लिए ही दिल्ली जाने की दुहाई दे रहे। दूसरी ओर विपक्ष इस मामले को लेकर चुटकी ले रही।
आलाकमान ने
नहीं दिया वक्त
पिछले चार दिनों से छत्तीसगढ़ के 10 से अधिक कांग्रेसी विधायक दिल्ली में जमे हैं। वहीं शुक्रवार व शनिवार को भी विधायक दिल्ली पहुंच गए, जिससे इनकी संख्या अब 30 से अधिक हो गई है। पहले ही दिल्ली पहुंचे विधायकों ने आलाकमान से मिलने की पूरी कोशिश की, लेकिन पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी केरल और महासचिव प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं, उनके साथ छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पुनिया भी हैं। इससे छग के कांग्रेसी विधायकों की मुलाकात नहीं हो पायी है। हालांकि महासचिव केसी वेणुगोपाल दिल्ली में ही है। बावजूद वे कांगे्रसी विधायकों से नहीं मिले। सूत्रों की माने तो आलाकमान ने इन विधायकों को वापस लौटने का कहा है। इसके बाद भी विधायक टस से मस नहीं हुए हैं।
सिंहदेव को आलाकमान पर भरोसा
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव इस उठापटक के बीच काफी गंभीर दिखाई दे रहे हैं। जब भी मीडिया उनसे इस पर सवाल करती है तो वे एक ही बात करते हैं कि सभी 70 विधायक एक राय है, जो हाईकमान कहेगा, सभी मानेंगे। उनके इस बयान से साफ है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री बदलने की चर्चा तो गर्म है। सिंहदेव ने तो यहां तक कह दिया कि ये किस्सा अब जगजाहिर हो चूका है। लेकिन उन्हें आज भी राष्ट्रीय नेतृत्व पर पूरा भरोसा है, वे अवसरवादी नहीं हैं।
छत्तीसगढ़ पंजाब नहीं हो सकता : भूपेश
सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेश की राजनीति पर चुटीले अंदाज में मीडिया के सामने बयान दिया है। पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ की तुलना पंजाब से की थी। इस पर भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ पंजाब नहीं हो सकता। दोनों की समानता केवल अंकों से है और दूसरी कोई समानता नहीं है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री बघेल ने दिल्ली दौरे में गए विधायकों के सवाल पर कहा कि मीडिया इसके पीछे क्यों पड़ी है, विधायक आते-जाते रहते हैं, कोई राजनीतिक घटनाक्रम नहीं हुई है। दिल्ली गए हैं आ जाएंगे। हर व्यक्ति स्वतंत्र है कोई आदमी आए जाए कोई रोक टोक नहीं है।
प्रदेश की सत्ता पर भाजपा का निशाना
विपक्ष ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा है। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने तो प्रदेश में मुख्यमंत्री का न होना ही बता दिया। रमन सिंह ने अपने ट्वीट में करते हुए लिखा छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का कॉमेडी सर्कस जारी है! ढाई साल से प्रदेश की जनता कांग्रेस की आपसी लड़ाई में पिस रही है, सारे काम बंद हो गये हैं। आज प्रदेश की पौने तीन करोड़ जनता देख रही है कि कैसे कांग्रेस ने प्रदेश का सत्यानाश कर दिया है।
वहीं भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने भी ट्वीट कर सीएम भूपेश बघेल से दिल्ली में सचिवालय खोलने की मांग कर दी है। चंद्राकर ने अपने ट्वीट में कहा कि मान. मुख्यमंत्री जी (छत्तीसगढ़ कांग्रेस) दिल्ली में भी छत्तीसगढ़ शासन (कांग्रेस) का एक सचिवालय खोला जाना चाहिएज् ताकि छत्तीसगढ़ के माननीय मंत्री एवं माननीय विधायक गण वहीं से अपने क्षेत्र की तथाकथित रूप से सेवा कर सकेंज् आजकल माननीय लोगों की दिल्ली में खूब परेड हो रही है..?
सीएम भूपेश भी जा सकते हैं दिल्ली
सूत्र बताते हैं कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के दिल्ली वापस लौटने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी दिल्ली जा सकते हैं। राहुल गांधी इस समय केरल और प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। प्रियंका के साथ छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया भी लखनऊ में ही हैं। ऐसे में दिल्ली में जुट रहे कांग्रेस विधायकों के पास फि लहाल दिल्ली भ्रमण के अलावा कोई काम नहीं है।