- राजा मुखर्जी-
कोरबा 30 सितम्बर 2021 (घटती-घटना)। नियमों के विरुद्ध नाबालिगों को जिले के ठेले खोमचे में बड़ी ही आसानी से सिगरेट, गुटखा जैसे नशीली पदार्थ आसानी से उपलब्ध करा दिए जा रहे हैं. जबकि नाबालिगों को किसी भी तरह की नशीली वस्तुओं के विक्रय करने पर कड़ा प्रतिबंध हैं. ठेले खोमचे वाले अपनी आजीविका के चलते एक तरफ इन्हें नशीली वस्तुएं उपलब्ध कराते हैं, तो दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी भी इस विषय को कभी अपने संज्ञान में नहीं ले रहे हैं. जिसके कारण किशोर अवस्था में ही उनका बचपन नशे की गिरफ्त में आ जा रहढ्ढ है ढ्ढ नाबालिगों को आसानी से मिल रहे नशीली पदार्थ पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं किया जाता है. सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान नहीं करने पर कार्रवाई करना हो या फिर ठेले खोमचे से नाबालिगों को नशीली वस्तुओं के विक्रय पर प्रतिबंध लगाना हो , स्वास्थ्य विभाग का अमला अपने इन दायित्वों का निर्वहन कभी भी नहीं कर रहढ्ढ, जिसके कारण धड़ल्ले से इन नियमों का उल्लंघन हो रहा है.कोरबा शहर के घंटाघर के आसपास अक्सर ऐसे नाबालिगों को देखा जा सकता है. जो ठेले, खोमचे से सिगरेट आदि खरीदते हैं और फिर स्कूल और आसपास के दीवार की आड़ में छुपकर धूम्रपान करते हैं. इन्हें रोकने-टोकने वाला भी कोई नहीं है. वहीं पूछने पर उनका साफ तौर पर कहना है कि बड़ी आसानी से उन्हें किसी भी दुकान से सिगरेट, गुटखा आदि मिल जाते हैं.इस विषय पर स्वास्थ्य विभाग के अफसरों से जानकारी लेने पर उनका कहना है कि नियम तो हैं और इसमें कार्रवाई भी की जाएगी.जिला प्रबंधक स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि 14 नवंबर बाल दिवस पर स्कूल परिसर और इसके आसपास के इलाके को तंबाकू मुक्त किया जाएगढ्ढ ढ्ढ किशोर अवस्था को नशे की गिरफ्त से मुक्त कराने के लिए स्वास्थ विभाग को अब बाल दिवस का इंतजार रहेगा।