घटती घटना ने ‘गजब हो गया कांग्रेस तलाश रही अपने ही पदाधिकारी’शीर्षक से चलाई थी खबर
रवि सिंह –
बैकु΄ठपुर 26 सितम्बर 2021 (घटती-घटना)। गजब हो गया जिला कांग्रेस तलाश रही कांग्रेस के ही नियुक्त पदाधिकारी शीर्षक से घटती घटना ने एक समाचार प्रकाशित किया था, समाचार प्रकाशन की प्रेरणा जिला कांग्रेस कमेटी कोरिया द्वारा सोसल मीडिया पर जारी सूचना से ली गई थी जिसमें जिला कांग्रेस कमेटी कोरिया द्वारा इस आशय की सूचना समस्त कांग्रेसजन कोरिया जिले को दी गई थी कि जो भी कांग्रेसजन जो किसी भी कांग्रेस पार्टी के ही मोर्चा प्रकोष्ठ का जिला प्रभारी या अन्य किसी पद पर मनोनीत किया गया है और जिसकी सूचना जिला कांग्रेस कमेटी को नहीं दी गई है वहीं सूचना नहीं प्राप्त हो पाने की वजह से यह पता ही नहीं चल पा रहा है कि जिले में कांग्रेस के विभिन्न मोर्चा प्रकोष्ठों के किन किन पदों पर कौन कौन नियुक्त है वहीं चूंकि यह नियुक्तियां प्रदेश से सीधे कर दी गईं हैं जिससे जिला कांग्रेस कमेटी को भी नहीं पता है कि किसे किस मोर्चा प्रकोष्ठ में कौन सा दायित्व प्राप्त है और नियुक्ति पाने वालों का सम्पर्क भी जिला कांग्रेस कमेटी के पास नहीं हो पा रहा है जिससे संगठन की कई गतिविधियों में उनकी उपस्थिति को लेकर भी संवादहीनता उत्तपन्न हो रही है।
वहीं जिला कांग्रेस कमेटी कोरिया ने यह भी अपील की थी कि ऐसे लोग जो सीधे प्रदेश से ही नियुक्त होकर विभिन्न मोर्चा प्रकोष्ठों में पदाधिकारी हैं वह स्वयं सामने आकर अपना पद व परिचय जिला कांग्रेस कमेटी के समक्ष प्रस्तुत करें जिससे भविष्य में संवाद कायम रखा जा सके। जिला कांग्रेस कमेटी कोरिया की इस अपील पर छपी घटती घटना की खबर का लगता है प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सज्ञान लिया और सभी मोर्चा प्रकोष्ठों की नियुक्तियों को निरस्त करते हुए बिना जिला व शहर कांग्रेस की सहमति किसी भी नियुक्ति को खारिज करते हुए शून्य घोषित कर दिया।
कोरिया के दौरे के बाद ही यह निर्णय, कहीं जिला कांग्रेस कमेटी कोरिया ही तो वजह नहीं
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम की कोरिया जिले में आगमन पस्चात वापस रायपुर पहुंचते ही मोर्चा प्रकोष्ठों की नियुक्तियों को अमान्य करने की सूचना उन्ही के द्वारा दिया जाना इस बात की ओर इशारा करता है कि यह विषय कोरिया में जिला कांग्रेस कमेटी ने जरूर जोर शोर से प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष उठाया कि मोर्चा प्रकोष्ठों में नियुक्तियां बिना जिला व शहर कांग्रेस कमेटी की अनुसंशा के की गई वहीं कोरिया जिले की आपत्ति नियुक्तियों के निरस्त होने का कारण बनी यह सपष्ट तौर पर समझा जा सकता है।
नई नियुक्तियों को लेकर मचेगा घमासान
भले ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश भर में विभिन्न मोर्चा प्रकोष्ठों जो कि कांग्रेस के ही मोर्चा प्रकोष्ठ हैं में की गई नियुक्तियों को लेकर एकतरफा निर्णय लेकर सभी नियुक्तियों को अमान्य करने का निर्णय ले लिया हो लेकिन यदि ऐसा हुआ तो कांग्रेस पार्टी में घमासान मचने से कोई नहीं रोक सकता। जिला व शहर कांग्रेस कमेटी की अनुसंशा भले ही मोर्चा प्रकोष्ठों की नियुक्तियों के दौरान नहीं ली गई लेकिन जिन्हें भी पद दिया गया वह कांग्रेस के ही कार्यकर्ता थे वहीं अब पद देने के बाद उन्हें फिर हटाने से उनकी नाराजगी भी सामने आएगी जिसकी वजह से कांग्रेस में घमासान मचने से नहीं रोका जा सकता। जिन्हें भी मोर्चा प्रकोष्ठों से हटाया जाएगा वह भविष्य में कांग्रेस के लिए ही दिक्कत खड़ा करते नजर आएंगे तो यह आस्चर्य भी नहीं होगा।
दो साल सरकार को शेष,अब क्या मोर्चा प्रकोष्ठों की नई नियुक्तियां संभव
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और सरकार को गठित हुए 3 साल धीरे धीरे बीतने को हैं ऐसे में शेष 2 साल ही सरकार को शेष बचे होने के बावजूद प्रदेश भर के 3 सालों के दौरान नियुक्त मोर्चा प्रकोष्ठों की पूरी नियुक्तियों को अमान्य किये जाने के निर्णय से शेष बचे 2 सालों के रहते रहते नई नियुक्तियां क्या संभव हो सकेंगी जबकि कई प्रकोष्ठों में अभी हाल ही में तीसरे वर्ष तक नियुक्तियां की गईं हैं।