नई दिल्ली ,18 सितंबर २०२१ (ए)। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी ने घोषणा की कि सरकार दुनिया के सबसे लंबे राजमार्ग, यानी दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस राजमार्ग का निर्माण कर रही है।
इस कार्यक्रम में बोलते हुए, गडकरी ने कहा कि एक्सप्रेसवे 1,380 किमी लंबा होगा और जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) तक जाएगा, लेकिन अब, हम इसे नरीमन पॉइंट तक ले जाने की भी योजना बना रहे हैं। यह परियोजना मार्च 2022 तक पूरी हो जाएगी और भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे होगा। इस दौरान गडकरी ने कहा कि पहले ट्रक से मुंबई और दिल्ली के बीच की दूरी को तय करने में करीब 48 घंटे और कार से 24-26 घंटे लगते थे। लेकिन अब, दिल्ली और मुंबई के बीच की दूरी को ट्रक से 18-20 घंटे और कार से केवल 12-13 घंटे लगेंगे। उन्होंने कहा, यह राजमार्ग राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के आदिवासी जिलों से होकर गुजर रहा है। इससे इन क्षेत्रों का विकास होगा। लोगों के लिए रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे। एक्सप्रेसवे दिल्ली के शहरी केंद्रों को कॉरिडोर के दिल्ली-फरीदाबाद-सोहना खंड के साथ-साथ जेवर हवाई अड्डे और जवाहरलाल नेहरू पोर्ट को मुंबई में एक स्पर के माध्यम से जोड़ेगा। उन्होंने कहा कि गुजरात में 35,100 करोड़ रुपये की लागत से 423 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जा रहा है। गडकरी ने कहा कि इस एक्सप्रेसवे के तहत राज्य में 60 बड़े पुल, 17 इंटरचेंज, 17 फ्लाईओवर और आठ रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) बनाए जाएंगे। मंत्री ने कहा कि इस एक्सप्रेसवे पर विश्व स्तरीय परिवहन सुविधा प्रदान करने के साथ-साथ राज्य में रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए सड़क किनारे सुविधाओं आदि से जुड़े 33 केंद्र बनाने का भी प्रस्ताव है।
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