टीचर्स एसोसिएशन बैकुंठपुर ने किया स्वागत ज्ञापित की कृतज्ञता
बैकु΄ठपुर 18 सितम्बर 2021 (घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक के कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर आगमन पर छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने जिला मुख्यालय स्थित लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में स्वागत किया वहीं उनके प्रति वर्ष 2012-2013 के दौरान रायपुर महापौर रहते हुए शिक्षाकर्मी आंदोलन जो 38 दिनों तक राजधानी रायपुर के सप्रे शाला मैदान में चला था और जो शिक्षाकर्मी आंदोलन के रूप में साथ ही किसी भी कर्मचारी आंदोलन के रूप में सबसे ज्यादा दिनों तक चलने वाला आंदोलन था में प्रतिदिन स्वयं उपस्थित रहकर सहयोग करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कृत्यगता भी प्रकट किया गया।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ब्लॉक इकाई बैकुंठपुर के अध्यक्ष रूपेश कुमार सिंह ने बताया कि वर्ष 2012-2013 का शिक्षाकर्मी आंदोलन कई मामलों में शिक्षाकर्मियों का ऐतिहासिक आंदोलन था, यह आंदोलन 38 दिनों तक लगातार चलने वाला किसी भी कर्मचारी समूह का देश का सबसे लम्बे समय तक चलने वाला आंदोलन था वहीं यह आंदोलन शिक्षाकर्मियों के भविष्य को एक नई दिशा देने वाला भी साबित हुआ क्योंकिं यहीं से उन्हें सरकार के प्रति अपना बेहतर दबाव बनाने में कामयाबी भी मिली थी वहीं इसी आंदोलन के बाद उन्हें पुनरीक्षित वेतनमान मिल सका था। यह आंदोलन 38 दिनों तक राजधानी रायपुर के सप्रे शाला मैदान में चला था वहीं इस आंदोलन के दौरान शिक्षाकर्मियों ने अपने 18 साथियों को भी खोया था,आंदोलन के दौरान प्रदेश भर से प्रतिदिन हजारों की संख्या में शिक्षाकर्मी रायपुर सप्रे शाला मैदान पहुंचा करते थे वहीं हजारों की संख्या में महिला पुरुष शिक्षाकर्मियों ने सप्रे शाला मैदान को ही अपना ठिकाना बनाकर वहीं मैदान में ही रहकर आंदोलन को गति देने का काम जारी रखा हुआ था। इस दौरान सप्रे शाला मैदान में ठहरे हुए शिक्षाकर्मियों को आर्थिक कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ा। अल्प वेतन व अन्य आर्थिक संकटों के बीच जारी शिक्षाकर्मी आंदोलन के 38 दिवसीय धरना प्रदर्शन के दौरान तात्कालीन रायपुर महापौर डॉ किरणमयी नायक ने शिक्षाकर्मियों की काफी मदद की थी। सप्रे शाला मैदान में ठहरे हुए शिक्षाकर्मियों को सबसे ज्यादा परेशानी मैदान की साफ सफाई और भोजन सहित नित्य क्रियाओं को लेकर हुआ करती थी,जिसको लेकर तत्कालीन महापौर रहते हुए डॉ किरणमयी नायक ने जितना बन पड़ा था उतना सहयोग किया था जिसको लेकर तब के शिक्षाकर्मी अब शिक्षक उनके प्रति कृत्यगता ज्ञापित करने के लिए प्रयासरत थे।
स्मृति चिन्ह व शाल भेंटकर किया कृत्यगता ज्ञापित
बैकुंठपुर विश्राम गृह में पधारीं राज्य महिला आयोग अध्यक्ष व 2012-2013 के दौरान की रायपुर महापौर डॉ किरणमयी नायक का शिक्षकों ने शाल व स्मृति चिन्ह भेंटकर धन्यवाद ज्ञापित किया।
शिक्षकों ने मुझे याद रखा मेरे लिए गर्व का पल
मुझे आज भी याद है शिक्षकों का वह संघर्ष डॉ किरणमयी नायक अध्यक्ष राज्य महिला आयोग। शिक्षकों द्वारा आंदोलन के दौरान लगभग एक दशक पूर्व किये गए सहयोग व सहायता के लिए धन्यवाद ज्ञापित करने के अवसर पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षकों ने मुझे याद रखा यह मेरे लिए गौरव का विषय है वहीं आज शिक्षकों ने जिस भाव के साथ मुझे सम्मानित किया उससे मुझे भी अब इसबात का एहसास हो गया कि सहयोग करते रहने का फल मिले न मिले लोग अपने मन की भावनाओं में सहयोग करने वाले को स्थान देते हैं और कभी प्रत्यक्ष सामने आने पर सम्मान भी देते हैं। मुझे आज के बाद और भी सहयोग करने की भावना अपने भीतर उत्तपन्न करने की जरूरत होगी और मैं ऐसा करूंगी भी क्योंकिं आप सभी का कोरिया जिले के बैकुंठपुर के शिक्षको का स्नेह भाव मुझे भी आगे भी बेहतर करते रहने की प्रेरणा दे गया। इस अवसर पर प्रांतीय संगठन सचिव अशोक लाल कुर्रे, जिला सचिव महेश शिवहरे, उपाध्यक्ष सुशील जायसवाल, रमेश पंचम नामदेव,महिला इकाई जिला अध्यक्ष अंजना सिंह, मीनाक्षी जायसवाल, सरोज सिंह, जया मिश्रा, प्रियंका पटेल, पुष्पा भगत, पुष्पा राजवाड़े, योगेन्द्र पटेल, बृजराज गिरी, उमेश कुशवाहा, सहित कई अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।