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वित्तीयअनिमितता एवं दोषपूर्ण लेखा प्रणाली की वजह से किया गया निलंबित
- रवि सिंह-
बैकु΄ठपुर 06 सितम्बर 2020 (घटती-घटना)। आदिम जाति सेवा सहकारी समिति पटना में पदस्थ समिति प्रबंधक जितेन्द्र मिश्रा द्वारा बार बार की जा रही अनिमितता एवं लगातार 10 सालों से की जा रही शिकायत के बावजूद संबंधित विभाग के आला अधिकारीयों के द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की जा रही थी, लेकिन इस बार वित्तीय अनिमितता एवं दोष पूर्ण लेखा प्रणाली की वजह जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित अम्बिकापुर के मुख्यकार्यपालन अधिकारी ने 5 सितम्बर को समिति प्रबंधक पटना जितेन्द्र मिश्रा को निलंबित कर दिया है निलंबन अवधि में मुख्यालय शाखा सूरजपुर निर्धारित किया गया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक आदिम जाति सेवा सहकारी समिति में पदस्थ समिति प्रबंधक किसी न किसी मामले को लेकर हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं यही वजह है कि समिति प्रबंधक के खिलाफ कई मामलों में जांच चल रहा है वहीं एक नया मामला सामने आया जिसमें समिति प्रबंधक संचालक मंड़ल के प्रभारी अध्यक्ष से जिला विपणन संघ के नाम से चेक कटवाया और बैंक जाकर किसानों से ली गई शेयर राशि को धान खरीदी के दौरान समिति के खाते में प्रासंगिक व्यय की राशी में समायोजन करा दिया। जबकी ओवर राईटिंग वाले चेक बैंक में मान्य नहीं होते फिर भी बैंक प्रबंधक ने समिति प्रबंधक पटना जीतेन्द्र मिश्रा के प्रतिलिपी हस्ताक्षर से पैसे दूसरे खाते में जमा करा दिया जिसकी जांच हुई और अनिमितता भी पाया गया। समिति प्रबंधक जितेन्द्र मिश्रा द्वारा चेक में ओवर राईटिंग करने के मामले में संचालक समिति के प्रभारी अध्यक्ष रूपचंद गुप्ता आपत्ती जताते हुए बैंक व उच्च अधिकारियों को सूचना दी कि हमाली राशि भूगतान करने के लिए विपणन संघ के नाम से जारी चेक में समिति प्रबंधक ने मेरे दस्तखत लिए थे लेकिन बाद में पता चला कि चेक में अंकित 360000 रूपए को विपणन संघ के बजाए काट छांट कर समिति प्रबंधक जितेन्द्र मिश्रा ने बैंक के खाते में समायोजित करा दिया है, जिसकी जांच भी हुई जिसमें जितेन्द्र मिश्रा के उपर आरोप सिद्व हुआ और वित्तीय अनिमितता एवं दोष पूर्ण लेखा प्रणाली के आधार पर जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित अम्बिकापुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने समिति प्रबंधक जितेन्द्र मिश्रा को निलंबित कर दिया।